चुनाव में पर्यावरण को बनाएं मुद्दा : सीचेवाल
संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार को सौंपा मनोरथ पत्र
संवाद सहयोगी, सुल्तानपुर लोधी :
पंजाब की राजनैतिक पार्टियों के चुनाव घोषणा पत्र मे पर्यावरण का मुद्दा प्रमुखता के साथ लाने के उद्देश्य से वातावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने अपील करते हुए कहा कि कि गुरुघरों में पर्यावरण के मुद्दे को प्रमुखता देकर संगत को इस मुद्दे पर जागरूक किया जाए। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भरोसा दिया कि वह राजनीतिक पार्टियों से इस बारे अपील करेंगे कि वह जीवन के साथ जुड़े पर्यावरण के मुद्दे को चुनाव घोषणा पत्र में शामिल करें।
उन्होंने कहा कि हमारे गुरुओं ने हमें गुरबाणी में कुदरत के साथ जुड़ने का संदेश दिया था लेकिन हम कुदरत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। यदि वातावरण स्वच्छ नहीं हुआ तो प्रदेश का नुकसान हो सकता है। संत सीचेवाल की ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ यह मुलाकात तख्त श्री दमदमा साहिब में हुई थी।
उधर, संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने राष्ट्रीय और पंजाब की राजनीतिक पार्टियों से अपील करते हुए कहा कि वह मिशन 2022 को केवल सत्ता हासिल करने के लिए नहीं बल्कि पंजाब के लोगों के जीवन के अधिकार और उन की तंदरुस्ती को लेकर बनाई जाने वाली नीति के बारे खुलकर लोगों के साथ संवाद करें। चुनाव घोषणा पत्रों में वातावरण को मुख्य मुद्दा बनाएं। उन्होंने कहा कि जब तक वातावरण का मुद्दा लोक और वोट मुद्दा नहीं बनेगा तब तक राजनीतिक पार्टियां प्रदूषित हो रहे वातावरण की बात नहीं करेगी। पंजाब वातावरण चेतना लहर का जिक्र करते हुए संत सीचेवाल ने बताया कि इसके गठन करने का मकसद यही है कि इस बार मतदान के दौरान राजनैतिक पार्टियों को वातावरण के मुद्दे को गंभीरता के साथ उठाने के लिए लोगों की तरफ से दबाव बनाया जाएगा और नेताओं से सवाल पूछे जाएंगे ताकि बर्बाद हो रहे पंजाब को फिर से नया पंजाब बनाया जा सके।
संत सीचेवाल ने कहा कि जो पार्टी वातावरण के मुद्दे को अपने चुनाव घोषणा पत्र में शामिल नहीं करती लोग उस पार्टी को वोट के द्वारा चलता करें। लोगों को जीने का हक देना सरकार की ड्यूटी है। जो सरकार लोगों के लिए अच्छे वातावरण नहीं दे सकती उस से कोई उम्मीद भी नहीं रखनी चाहिए।
उन्होंने मीडिया से भी अपील की कि वह वातावरण जैसे गंभीर मुद्दे को प्रमुखता के साथ उभारें क्योंकि यह लोगों के जीवन के साथ सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है।