सेहत सुविधाओं की कमी से माडर्न जेल अस्पताल से मरीज कैदियों को करना पड़ रहा रेफर
थेह कांजला रोड पर स्थित माडर्न जेल में तीन हजार कैदियों व हवालातियों के लिए बनाया गया 50 बेड का जेल अस्पताल 10 साल से शोपीस बनकर रह गया है।
नरेश कद, कपूरथला : थेह कांजला रोड पर स्थित माडर्न जेल में तीन हजार कैदियों व हवालातियों के लिए बनाया गया 50 बेड का जेल अस्पताल 10 साल से शोपीस बनकर रह गया है। अस्पताल में मेडिकल लैब, स्कैनिग, एक्सरे मशीन, डाक्टरों, नर्सिग स्टाफ व फार्मासिस्टों की कमी है।हवालातियों व कैदियों को मामूली बीमारी होने पर भी कपूरथला सिविल अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। सिविल अस्पताल में कैदी व हवालाती बिना किसी रोकटोक के स्वजनों से मुलाकात करते हैं। कई कैदी बीमारी का बहाना बनाकर सिविल अस्पताल में रेफर होने के बाद सुरक्षा कर्मियों को चकमा देकर फरार हो जाते हैं। 2011 में कैदियों ने अस्पताल में लगा दी थी आग
पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने 2011 में कपूरथला व जालंधर के हवालातियों व कैदियों के लिए थेह कांजला रोड पर बनाई गई माडर्न जेल का उद्घाटन किया था। 2011 में जेल में हुए गैंगवार के बाद एक कैदी की मौत को लेकर हुए लड़ाई के दौरान कैदियों ने जेल में तोड़फोड़ की थी तथा जेल अस्पताल में आग लगा दी थी। जिससे सरकार को करोड़ों का नुकसान हुआ था। सरकार ने जेल अस्पताल में कैदियों की सुविधाओं के लिए दवाइयां व 50 नए बेड तो लगाए दिए लेकिन अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाना भूल गई है। जेल में बंद 3000 कैदियों व हवालातियों के इलाज के लिए सिर्फ दो डाक्टर है। महिला कैदी व हवालातियों के लिए अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ डाक्टर नहीं है। सुविधाओं के अभाव में कैदियों व हवालातियों के जरूरी टेस्ट नहीं हो पाते हैं। कई बार गंभीर कैदियों को अस्पताल में लाने के लिए जेल के पुलिस कर्मचारियों को बीमार कैदियों के साथ आना पड़ता है जिससे जेल में पुलिस कर्मचारियों की संख्या भी कम हो जाती है। इनकी है कमी
एक क्लास फोर कर्मचारी
-तीन स्टाफ नर्स
-तीन फार्मासिस्ट
-तीन डाक्टरों।
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सेहत सुविधा मुहैया करवाए सरकार : डा. कमलेश कुमार
माडर्न जेल अस्पताल के डा. कमलेश कुमार ने कहा कि जेल अस्पताल में डाक्टर, नर्स फार्मासिस्ट की कमी होने के साथ साथ मेडिकल लैब, स्कैनिंग सेंटर, एक्सरे मशीन आदि उपलब्ध नहीं है। बीमार कैदियों को बार-बार रेफर करना पड़ता है। यदि अस्पताल में लैब का निर्माण करवा दिया जाए तो काफी हद तक समस्या का हल हो सकती है। समस्या के हल के लिए सरकार को लिखेंगे
जेल सुपरिंटेंडेंट बलजीत सिंह घुम्मन ने कहा कि जेल में बनाए गए अस्पताल में जरूरी सुविधाएं नहीं होने के कारण मजबूरन कैदियों व हवालातियों के इलाज के लिए उन्हें सिविल अस्पताल रेफर करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर सरकार को जेल अस्पताल में सभी जरूरी सुविधा मुहैया करवाने के लिए लिखित तौर पर अवगत करवाया जाता है। इस समस्या के लिए भी सरकार को लिखेंगे। माडर्न जेल में जब भी कोई उच्चाधिकारी निरीक्षण के लिए आते हैं तो समस्या से अवगत करवा दिया जाता है लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।