़120 एकड़ गेहूं जलकर राख, किसानों के अरमान भी हुए खाक
सुल्तानपुर लोधी क्षेत्र में किसानों पर उस समय मुसीबत का पहाड़ टूट गया जब खेतों में लहलहाती लाखों रुपयों की गेहूं की तैयार फसल को संदिग्ध परिस्थिति में अचानक आग लग गई। इस हादसे से एक ही झटके में करीब 100-125 एकड़ में लगी गेंहूं की फसल जल गई और किसानों की छह महीनों की मेहनत ़खाक में मिल गई। बताया जाता है कि मंगलवार की दोपहर लगभग 12
डॉ सुनील धीर, सुल्तानपुर लोधी : सुल्तानपुर लोधी क्षेत्र में किसानों पर उस समय मुसीबत का पहाड़ टूट गया जब खेतों में लहलहाती लाखों रुपयों की गेहूं की तैयार फसल को संदिग्ध परिस्थिति में अचानक आग लग गई। इस हादसे से करीब 120 एकड़ में लगी गेंहूं की फसल जल गई और किसानों की छह महीनों की मेहनत बेकार हो गई। आग लगने का कारण पता नहीं चल पाया है। हालांकि कहा जा रहा है कि कोई जलती चीज खेत में फेंके जाने से आग लगी है। जानकारी के अनुसार मंगलवार की दोपहर लगभग 12 बजे सुल्तानपुर लोधी के गांव दीपेवाल व लोहिआं खास के गांव वाड़ा जोध सिंह के खेतों में करीब 120 एकड़ में लगी खड़ी गेहूं की फसल को संदिग्ध परिस्थिति में अचानक आग लग गई। काला धुआं देखकर गांव के लोगों में दहशत फैल गई। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, सूखी फसल सुलग उठी। जिससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में ग्रामीण व किसान अपने साधनों से आग बुझाने लगे। वहीं दमकल कर्मियों को भी सूचना दी गई। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन, तब तक 120 एकड़ गेहूं की फसल जलकर राख हो चुकी थी। फिलहाल इसका कारण स्पष्ट नहीं हो सका था। इस घटना में किसान कुलविदर सिंह की 2 एकड़, बूटा सिंह व गुरमीत सिंह की लगभग 15 एकड़, शमशेर सिंह की 20 एकड़, जसवंत सिंह की 14 एकड़, कुलबीर व स्वर्ण सिंह की 30 एकड़, जगीर सिंह की 8 एकड़, गुरमेज सिंह व बचन सिंह की 6 एकड़ समेत कई किसानों की फसल जलकर राख हो गई। गेहूं जलने के बाद पहुंची फायर ब्रिगेड
दमकल की गाड़ी पहुंचने से पहले पूरी फसल जलकर राख हो चुकी थी। किसानों ने इसके लिए रोष जताया है। किसानों ने बताया कि तहसील सुल्तानपुर लोधी के 215 गांवों के लिए एक भी फायर ब्रिगेड वाहन तहसील में नहीं है। करीब एक घंटे के सफर के बाद कपूरथला से फायर ब्रिगेड का वाहन आता है। जिसे पहुंचने में देरी हो जाती है। प्रशासन को चाहिए कि कम से कम फसलों के सीजन में अस्थायी तौर पर फायर ब्रिगेड का प्रबंध यहां करे। इधर.. दो साल पुराना मुआवजा अब तक नहीं मिला
120 एकड़ गेहूं की फसल जलने के बाद किसानों को मुआवजे की आस है। लेकिन चिंता की बात तो यह है कि तहसील सुल्तानपुर लोधी के कई किसानों को दो साल पुराना मुआवजा भी अब तक नहीं मिल पाया है। गांव दीपेवाल के किसान बख्शीश सिह, हरजिदर सिंह, मुख्त्यार सिंह, नरिदर सिंह ने बताया कि दो वर्ष पहले आग लगने से गेहूं की फसल जल कर राख हो गई थी। उस समय सरकार व प्रशासन ने मुआवजे का आश्वासन दिया था। लेकिन वह मुआवजा आज तक नहीं मिल पाया। किसानों को मुआवजा दे सरकार : पूर्व वित्त मंत्री
पीड़ित किसानों के साथ संवेदना व्यक्त करने पहुंची पूर्व वित्त मंत्री डॉ उपिदरजीत कौर ने कहा कि आग के लगने से किसानों का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है और मौजूदा सरकार को किसान की तुरंत राहत देने के लिए कारगर कदम बिना देरी उठाने चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह से मांग करते हुए कहा कि किसान को फसल के हुए नुकसान का मुआवजा अदा किया जाए। विधायक चीमा ने दिया मुआवजे का आश्वासन
प्रभावित किसानों ने सहानुभूति व्यक्त करने आए विधानसभा क्षेत्र सुल्तानपुर लोधी के विधायक नवतेज सिंह चीमा से क्षतिग्रस्त हुई फसल का आंकलन करवा कर प्रति एकड़ कम से कम 60 हजार रुपए का मुआवजा दिए जाने की मांग की है। वहीं विधायक नवतेज सिंह चीमा ने किसानों को आश्वासन दिया कि किसानों को मुआवजे के लिए वह सरकार को सिफारिश करेंगे।