दिन का तापमान गिरने से बढ़ी ठंड, धुंध से विजिबिलिटी रही 10 मीटर
विरासती शहर में पिछले कई दिनों से पड़ रही घनी धुंध ने जनजीवन अस्तव्यस्त हुआ।
नरेश कद, कपूरथला : विरासती शहर में पिछले कई दिनों से पड़ रही घनी धुंध ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। रविवार दिन भर सूरज के दर्शन नहीं होने से लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा, रविवार को छुट्टी होने के कारण अधिकतर लोग घरों में ही दुबके रहे, पड़ रही कड़ाके की सर्दी के चलते लोग बच्चों को बाहर नहीं निकलने दिए। वहीं धुंध के कारण वाहन चालक दिन में भी लाइट जलाकर चलते हुए देखे गए। विजिबिलिटी 10 मीटर तक रही। करीब साढ़े 11 बजे के बाद धुंध कुछ छंटनी शुरू हुई। रविवार को अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान आठ डिग्री दर्ज किया गया, जिससे शीत लहर का प्रकोप और बढ़ गया है।
उधर ठंढ बढ़ने से बाजार में स्वेटर, जैकेट, टोपी, मफलर, शॉल, कंबल आदि की फिर से बिक्री बढ़ गई है। ठंड से बचने के लिए लोग रूम हीटर, ब्लोवर चलाने के साथ-साथ आग जला रहे हैं। शाम करीब चार बजे फिर से गहरी धुंध छा गई, जिसके चलते बाजारों व सड़कों पर सन्नाटा पसर गया।
हालाकि दोपहर बाद करीब एक बजे कुछ समय के लिए हल्की धूप निकली, लेकिन चल रही ठंडी हवाओं के आगे उसका असर नहीं पड़ा। सड़क के किनारे झोपड़ी बनाकर रह रहे सुशील यादव ने बताया कि ठंड के चलते न तो रात ठीक से कट रही है और न दिन में कामकाज हो पा रहा है, जिससे घर चलाने की चिंता सता रही है। सैदोवाल के राजमिस्त्री जसबीर सिंह ने बताया कि ठंड के कारण आठ बजे सुबह से काम मुमकिन नहीं है और देर से जाने पर काम मिल नहीं रहा है, वहीं लोग भी आजकल काम कम ही करवा रहे हैं।
डा. राजीव भगत ने ठंड से बचने की सलाह देते हुए कहा कि गर्म कपड़े का प्रयोग करें। बहुत आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकलें, बुजुर्गो व बच्चों के साथ सांस व हार्ट से संबंधित लोगों का खास ख्याल रखना चाहिए, क्योंकि उक्त लोगों पर ठंड का असर जल्द पड़ता है। नहाने से लेकर पीने तक के लिए गर्म पानी का उपयोग करें। यदि गला खराब होने की संभावना लगे तो गर्म पानी में नमक डाल कर गरारें करें, इससे राहत मिलेगी। इसके बावजूद कोई परेशानी हो तो तत्काल डाक्टर से सलाह लें। वहीं इस समय कोरोना के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है, बचाव का पूरा ख्याल रखें, यदि लक्षण दिखे तो तत्काल इसकी जांच करवाएं।