रत्नाकर जी महाराज ने समाज से अंधविश्वास मिटाया : मिंटा
भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज भावाधस के मुख्य संचालक विरेश विजय दानव तथा प्रभु रत्नाकर की चरण सेविका ऊषा मति द्राविड़ के आशीर्वाद से मोहल्ला ओंकार नगर में गुरु पूर्णिमा समागम का आयोजन किया गया।
संवाद सूत्र, फगवाड़ा : भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज भावाधस के मुख्य संचालक विरेश विजय दानव तथा प्रभु रत्नाकर की चरण सेविका ऊषा मति द्राविड़ के आशीर्वाद से मोहल्ला ओंकार नगर में गुरु पूर्णिमा समागम का आयोजन किया गया। शाखा फगवाड़ा के प्रधान संजीव मिंटा, राष्ट्रीय प्रचार मंत्री वीर सुरिंद्र, आदिवासी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य वीर अशोक बोबी, पंजाब सचिव वीर जिम्मी सौंधी, सोनू सरवटा, नरिंद्र कुमार राजा ने कहा कि गुरु अपने शिष्य को अंधकार से प्रकाश की ओर लेकर जाता है। ऐसा ही प्रभु रत्नाकर जी महाराज ने किया।
उन्होंने वाल्मीकि धर्म समाज की स्थापना करके समाज को निरक्षरता तथा अंधविश्वास से बाहर निकाला। इस अवसर पर इस अवसर पर राष्ट्रीय सफाई मजदूर संगठन के चेयरमैन अशोक कुमार जोगा एवं प्रधान पवन कुमार सेठी ने प्रभु रत्नाकर जी की आरती की तथा सभी को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं दी। इस दौरान सिकंदर बाबा, बंटी सरवटा, राजा सिद्धूु, अली सरवटे, लक्की, धर्मवीर सहोता, विजय मेघनाद, शेखर कन्नौज, बबरीक गिल, असुरपाल गिल, सनी सौंधी, संजय मेहली, अजय मंढाली, बिंदू बघानिया आदि उपस्थित थे।