श्री गुरु नानक देव जी का 551वां प्रकाशोत्सव: संगत के स्वागत को नानक की नगरी ने बिछाई पलकें
श्री गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाशोत्सव के लिए नानक नगर सुल्तानपुर लोधी तैयारी है। गुरुद्वारों को भव्य तरीके से सजाया गया है। हालांकि इस बार कोरोना व किसान आंदोलन के कारण कम संगत आने की संभावना है।
कपूरथला [हरनेक सिंह जैनपुरी]। गुरु नानक देव जी 551वें प्रकाशोत्सव पर दूरदराज से आने वाली संगत के स्वागत के लिए नानक की नगरी सुल्तानपुर लोधी एक बार फिर तैयार है। रंग-बिरंगी लाइटों व दूधिया रोशनी से नहाई नानक की नगरी ऐसे लगती है, जैसे सितारे जमीं पर उतर आए हों और बाबा नानक की आरती उतारने के लिए गुरुद्वारा श्री बेर साहिब पर अपना प्रकाश डाल रही हो।
हालांकि इस बार कोरोना व किसान आंदोलन के कारण संगत के कम आने की संभावना है, लेकिन स्थानीय लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई। ट्रेनों व हवाई यात्रा की पाबंदियों के कारण अभी संगत नहीं पहुंची। रविवार से संगत के सुल्तानपुर लोधी पहुंचने की संभावना है। सुबह 11 बजे गुरुद्वारा संत घाट से नगर कीर्तन शुरू होगा। शाम पांच बजे धार्मिक दीवान शुरू होंगे जो एक दिसंबर तक चलेंगे।
सोमवार दोपहर 12 बजे अमृत संचार होगा। शाम सात बजे दीपमाला व आतिशबाजी होगी। रात डेढ़ बजे श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले जाएंगे। उधर पंजाब सरकार की तरफ से अलग से तैयार करवाए गए पंडाल में श्री अखंड पाठ साहिब का पाठ आरंभ हो गया, जिसके संपूर्ण होने पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी पहुंचेंगे।
आठों गुरुद्वारा में कार्यक्रम शुरू
मुख्य समारोह गुरुद्वारा श्री बेर साहिब में हो रहा है। गुरुद्वारा श्री हट्ट साहिब, श्री संत घाट साहिब, अंतर यामता साहिब, बेबे नानक गुरुद्वारा, कोठली साहिब, सेहरा साहिब व गुरु का बाग में भी कार्यक्रम शुरू हो गए हैं।
पीटीयू बोर्ड ने गुरु नानक देव स्टडी चेयर स्थापना पर लगाई मोहर
उधर, आइके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी कपूरथला के बोर्ड आफ गवर्नर्स (बीओजी) ने यूनिवर्सिटी में गुरु नानक देव जी के नाम पर एक स्टडी चेयर की स्थापना के सरकार के फैसले पर मोहर लगा दी। नवंबर 2019 में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्टडी चेयर स्थापित करने की घोषणा की थी। एक साल बाद बीओजी ने मंजूरी दे दी। रजिस्ट्रार संदीप कुमार काजल ने कहा कि धार्मिक अध्ययन, सिख धर्म, पंजाबी भाषा और साहित्य जैसे विषयों में डाक्टरेट की डिग्री हासिल एक प्रतिष्ठित विद्वान की इस चेयर के प्रोफेसर के तौर पर नियुक्ति की जाएगी।