लघु उद्योगों को कर्ज दिलाने पर रहेगा फोकस
जिले में एनआरआइ की तादाद अधिक होना बैंकों के लिए घाटे का सौदा है।
हरनेक सिंह जैनपुरी, कपूरथला
जिले में एनआरआइ की तादाद अधिक होना बैंकों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है। जिले के 32 बैकों व 319 ब्रांचों के पास 24995 करोड़ रुपये जमा है जबकि लोन मात्र 5762 करोड़ है। लोन लेने की प्रक्रिया में कमी आने से बैंकों को लोन से मिलने वाला ब्याज कम मिल रहा है जबकि बैंकों के पास जमा राशि पर ग्राहकों को अधिक ब्याज देना पड़ रहा है। जिला लीड बैंक के चीफ मैनेजर यूके जायसवाल ने दैनिक जागरण को दिए साक्षात्कार में बैकों की कार्यप्रणाली, योजनाओं एवं कर्ज की प्रक्रिया को लेकर अपना नजरिया सबके सामने रखा। उन्होंने कहा कि साल 2021-22 के लिए सालाना क्रेडिट प्लान 8899 करोड़ है जबकि साल 2020-21 का क्रेडिट प्लान 7418 करोड़ रुपये है। आगामी वित्तीय वर्ष का एग्रीक्लचर प्लान 4695 करोड़ व एमएसएमई का 2552 करोड़ है। अन्य प्राथमिक क्षेत्र का 1154 करोड़ है। इसके अलावा गैर प्राथमिक क्षेत्र के लिए 498 करोड़ रुपये रखा गया है। साल 2020-21 का दिसंबर तक की प्राप्ती 5997 करोड़ यानी लगभग (80.84 प्रतिशत) हुई है। कोरोना काल में 700 स्ट्रीट वेंडर्स को बैंकों की तरफ से एक साल के लिए 10 हजार रुपये के लोन भी उपलब्ध करवाए गए जिस पर सात फीसद सब्सिडी भी है। साल 2020-21 में बैंकों की नीति एमएसएमई (स्माल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज) क्षेत्र के कर्ज बढ़ाने पर केंद्रित रहेगा। बैंकों की ओर से एमएसएमई के तहत छोटे उद्योगों वाले 2612 केसों में 57.88 करोड़ के लोन दिए गए हैं।
एटीएम कार्ड धारकों का दो लाख का दुर्घटना बीमा
बैंकों की तरफ से जारी एटीएम के साथ ही धारक का दो लाख का दुर्घटना बीमा पूरी तरह मुफ्त होता है। इसमें सिर्फ एक शर्त होती है कि 90 दिन में कम से कम एक बार एटीएम का इस्तेमाल जरूर किया गया हो। पहले लोगों को कम जानकारी दी जाती थी लेकिन अब सभी बैंकों को हिदायत है कि वह लोगों को बीमे के बारे में बताएं।