फगवाड़ा में सुबह से ही सड़कों पर बैठे किसान, कई जगह दूध-सब्जी भी नहीं पहुंची
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शुक्रवार को फगवाड़ा में बंद का असर दिखा।
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शुक्रवार को फगवाड़ा में बंद का खासा असर देखने को मिला। शुक्रवार को किसान सुबह से ही मुख्य सड़कों और रेल की पटरियों पर बैठे रहे। हालाकि सेना के वाहनों और एंबुलेंस को नहीं रोका गया, लेकिन बसें व ट्रेनें बंद होने से आम यात्री भटकने को मजबूर हुए, वहीं फगवाड़ा के कई इलाकों में तो बंद के चलते दूध और सब्जियों की सप्लाई भी नहीं हुई।
किसान संशोधन बिल 2020 को रद किए जाने की माग को लेकर पंजाब के किसानों की ओर से शुक्रवार को भारत बंद के आह्वान का असर फगवाड़ा में भी पूर्ण रूप से देखने को मिला। फगवाड़ा में जहा सभी दुकानें बंद थी। किसानों ने काग्रेस नेताओं की ओर से फगवाड़ा के जीटी रोड शुगर मिल चौक, गोल चौक पर सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक धरना दिया गया। इस दौरान केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एसपी फगवाड़ा सरबजीत सिंह बाहिया की ओर से 100 पुलिस जवान तैनात किए गए थे। सुबह 10 बजे दोआबा किसान यूनियन व भारतीय किसान यूनियन सहित अन्य किसान नेता दानामंडी में एकत्रित हुए। सतनाम सिंह साहनी, कुलवंत सिंह व अन्य ने कहा किं केंद्र सरकार किसानों के अधिकारों का हनन कर रही है। कृषि सुधार कानून से प्रदेश में मंडीकरण का ढाचा खराब हो जाएगा तथा वहीं लाखों की तादाद में लोग बेराजगारी का शिकार होंगे। अगर कृषि कानून वापस नहीं लिया गया तो देश के किसान एकजुट होकर संघर्ष और तेज करेंगे।
फगवाड़ा में बासा बाजार, गोशाला बाजार, मोती बाजार, बंगा रोड, जीटी रोड की दुकानें बंद रहीं। इस मौके पर जरनैल नंगल, पूर्ण सिंह, कृपाल सिंह, गुरभेज सिंह, कुलविंदर सिंह, अमरजीत सिंह, महिंदर सिंह, सुखपाल सिंह, जगतार सिंह, गुरदयाल सिंह, मोहन सिंह, कुलविंदर सिंह, हरविंदर सिंह, गुलजिंदर सिंह, बलजिंदर सिंह, जसवीर सिंह, स्वर्ण सिंह, जसवंत सिंह, गुरकरण सिंह, प्रीतम सिंह, गुरमुख सिंह, सोहन सिंह, इंद्रजीत सिंह भी उपस्थित थे।