पराली को खेतों में मिलाएं किसान : एसडीएम
गांव खस्सण में पराली ना जलाने को लेकर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, सुभानपुर : एनजीटी के आदेशों के तहत गांव खस्सण में पराली ना जलाने को लेकर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। एसडीएम भुलत्थ टी बिनाथ ने किसानों से पराली और फसल के अवशेषों को खेतों में मिलाने की अपील की। कृषि विभाग गांवों में बैठक और शिविर के माध्यम से खेतों में पराली के उपयोग के बारे में किसानों को जागरूक कर रहा है।
गांव खस्सण के रहने वाले किसान अमरीक सिंह ने कहा कि उन्होंने पिछले 12 वर्षों से पराली और गेहूं के नाड़ में आग नहीं लगाई। पराली को खेतों में मिलाने से जमीन की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है। कृषि विभाग के अधिकारियों की ओर से सुपर सीडर की प्रदर्शनी को किसानों को भी दिखाया जा रहा है ताकि मौसम के दौरान कोई समस्या उत्पन्न न हो। ब्लाक कृषि अधिकारी गुरदीप सिंह ने किसानों से अपील की कि वह जमीन की तासीर के अनुसार गेहूं की बिजाई के लिए कृषि मशीनों का चयन करें।
ब्लाक टेक्नोलाजी मैनेजर नडाला यदविदर सिंह और कृषि उपनिरीक्षक इंद्रजीत सिंह ने किसानों से आग्रह किया कि वह केवल कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना की ओर से सिफारिश की गई गेहूं की किस्मों की बिजाई करें। शिविर को सफल बनाने में कृषि विस्तार अधिकारी सुरजीत सिंह और इंद्रजीत सिंह ने सहयोग दिया। इस अवसर पर कृषि विस्तार अधिकारी गुरबिदर सिंह, सुरजीत सिंह, कृषि उपनिरीक्षक गुरदेव सिंह, मुनीम कुमार, बिक्रम सिंह, रविदर कौर, जगदीश सिंह और किसान उपस्थित थे।