नशा बना नासूर, महिलाओं ने भी संभाली तस्करी की कमान
नशे का नासूर तेजी से युवाओं को खोखला करता जा रहा है। नशे तस्करी में पहले तो पुरुष ही संलिप्त होते थे लेकिन पिछले कुछ समय से महिलाएं भी इस काले कारोबार में उतर आई हैं
हरनेक जैनपुरी/नरेश कद, कपूरथला : नशे का नासूर तेजी से युवाओं को खोखला करता जा रहा है। नशे तस्करी में पहले तो पुरुष ही संलिप्त होते थे, लेकिन पिछले कुछ समय से महिलाएं भी इस काले 'कारोबार' में उतर आई हैं।
पिछले एक सप्ताह में पुलिस ने नशे की तस्करी में लगी कई महिलाओं को काबू कर जेल भेजा है। इससे समाज के खतरनाक हालातों का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। वीरवार को तो बेगोवाल पुलिस ने नशे की तस्करी के मामले में एक मां-बेटे को गिरफ्तार कर केस दर्ज किया है।
वीरवार को ही बेगोवाल पुलिस ने गश्त दौरान एक नौजवान बेटे एवं उसकी मां के पास से हेरोइन और प्रतिबंधित दवाओं की गोलियां बरामद की। थाना बेगोवाल की पुलिस गश्त के दौरान गांव नडाली की ओर जा रही थी इसी दौरान पुलिस को खालसा कालेज बेगोवाल बिजली बोर्ड कार्यालय की तरफ से एक युवक और महिला पैदल आते हुए दिखाई दिए। संदेह होने पर पुलिस ने उन्हें रोक कर जब उन दोनों की तलाशी ली तो आरोपितों के पास से हेरोइन एवं नशीली गोलियां बरामद हुई। इस पर पुलिस ने दोनों खिलाफ एनडीपीसी एक्ट तहत केस दर्ज कर दोनों मां बेटे को गिरफ्तार कर लिया। केस नं एक
इससे एक दिन पहले 29 जून को थाना सुल्तानपुर लोधी की पुलिस ने बुधवार को एक महिला को 1019 प्रतिबंधित गोलियों के साथ गिरफ्तार किया। गांव सेंचा निवासी रानी पत्नी सुखदेव सिंह खिलाफ थाना सुल्तानपुर लोधी पुलिस ने आरोपी महिला पर एनडीपीएस एक्ट तहत मामला दर्ज किया है।
केस नं. दो
गत 27 जून को थाना सिटी कपूरथला की पुलिस ने गांव नवा पिड भट्ठे निवासी जसवंत कौर उर्फ संतो को 20 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार कर उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट तहत केस दर्ज किया है।
केस नं. तीन
20 जून को थाना सुभानपुर की पुलिस ने कुलवंत कौर पत्नी दलबीर सिंह निवासी डोगरावाल को 117 ग्राम नशीले पदार्थ एवं चार ग्राम हेरोइन के गिरफतार किया था।
केस नं. चार
15 जून को सीआइए स्टाफ कपूरथला की पुलिस ने गांव बूट निवासी प्रकाश कौर उर्फ काली पत्नी जागीर सिंह को नशीले पदार्थ साथ काबू कर उसके खिलाफ एनडीपीसी एकट तहत मामला दर्ज करते हुए दबोचा था।
केस नं. पांच
इससे दो दिन पहले 13 जून को मोहल्ला जगजीत नगर हमीरा निवासी जोगिदर कौर रजी से 110 नशीली गोलियां बरामद करते हुए काबू किया था।
नशा तस्करी के लिए बदनाम हैं ये गांव
यह तो एक माह की मात्र वानगी भर है, लेकिन यह सिलसिला पिछले कुछ समय से काफी ज्यादा बढ़ा है। नशे की तस्करी के लिए बदनाम माने जाते गांव बूट, सेचा व लाटिया वाल में ज्यादातर तस्करों की पुलिस की गिरफ्त में होने के कारण नशे के धंधे को अपना प्राथमिक धंधा समझते हुए अब महिलाओं ने अपना लिया है।
तस्करों के खिलाफ की जा रही है कार्रवाई : एसपी (डी) इस संबंध में एसपी (डी) जगजीत सिंह सरोया का कहना है कि यह प्रवृति काफी खतरनाक है। महिलाओं व उनके बच्चें में नशे की तस्करी का रुझान कुछ बढ़ा है। हालाकि जिले के विभिन्न थानों की पुलिस द्वारा जिले के बड़े नशा तस्करों को जेलों में डाला है और करीब एक दर्जन तस्करों की करोड़ों रुपये की प्रापर्टी भी अटैच की है लेकिन महिला पर ज्यादा तक किसी का संदेह नही जाता, जिसके चलते अब महिलाएं इस धंधे में आ रही है। लेकिन इसके बावजूद जिला पुलिस पूरी तरह सजग है, जिसके चलते पिछले कुछ समय दौरान नशे की बड़ी रिकवरी के अलावा लगभग एक दर्जन से ज्यादा महिला तस्करों को काबू किया है।