भक्तों ने प्रभातफेरी का पुष्पवर्षा से किया स्वागत
भगवान जगन्नाथ जी अपनी बहन सुभद्रा व भाई बलदेव सिंह के साथ 12 दिसंबर को कपूरथला पधार रहे हैं।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : भगवान जगन्नाथ जी अपनी बहन सुभद्रा व भाई बलदेव सिंह के साथ 12 दिसंबर को कपूरथला पधार रहे हैं। शिव मंदिर बाईपास के समीप बावा लालवानी स्कूल के बाहर उनका भव्य स्वागत किया जाएगा और 14 दिसंबर को भव्य रथयात्रा निकाली जाएगी।
हरे कृष्ण प्रचार समिति के अध्यक्ष बाल कृष्ण धीमान व कन्वीनर अरूण संगर ने बताया कि जगन्नाथ पुरी के राजा रामचंद्र देव थे। उन्होंने पवन महिला से विवाह कर जब इस्लाम धर्म अपना लिया तो मंदिर में उनका प्रवेश निषेध हो गया। तब अपने प्रिय भक्त राजा रामचंद्र देव को दर्शन देने के लिए भगवान प्रतिदिन रात्रि को मंदिर के बाहर आते थे। तभी से रथयात्रा का आयोजन किया जाता है।
प्रभातफेरियों की श्रृंखला में प्रभातफेरी कंसाबा मोहल्ला से निकाली गई। प्रभात फेरी सर्वप्रथम अनुराग के निवास स्थान पर पहुंची जहां दीप जलाकर, पुष्प वर्षा कर भगवान का भव्य स्वागत किया गया। उसके बाद भगवान की आरती उतारी गई। प्रभात फेरी जेपी शर्मा, मनोज भसीन, बत्र, राजीव कुमार, कमलजीत गोल्डी, राजेन्द्र, भोजा, आहुजा, मदन लाल भसीन, प्रदीप भसीन, राजेश जिदल, बिट्टा सोनी, मनजीत हंस, सानी के निवास स्थान पर पहुंची।
अरूण संगर ने भगवान जगन्नाथ प्रसादम का महत्व बताते हुए कहा कि भगवान को लगाए गए भोग को प्रसादम कहा जाता है मगर रथयात्रा में जगन्नाथ जी को लगाए गए भोग को महाप्रसादम कहा जाता है। भगवान जगन्नाथ जगत के स्वामी है इसलिए उनका शाही भोग दुनिया की सबसे बड़ी रसोई में बनाया जाता है। इसे बनाने के लिए लगभग 500 रसोइए व लगभग 300 सहयोगी एक साथ काम करते है। ऐसा शास्त्रों में वर्णन है कि इस भोग को मां लक्ष्मी अपनी देखरेख में बनवाती है।
इस अवसर पर नीरज अग्रवाल, पवन ग्रोवर, अमित गुप्ता, विशाल गुप्ता, चंदन गुप्ता, नरेश गुप्ता, विशाल महाजन, पंकज बाठला, हरि जोशी, चेतन गुप्ता, मोहित गुप्ता, दीपक सलवान, राज कुमार भसीन, बबलू भसीन, अनूप उप्पल, निष्काम शर्मा, अनुज आनंद, सुकेश कपूर, सुमित गुप्ता, स्पर्श, गौतम, विनोद मेहता, अनिकेत ग्रोवर, नितिश भसीन आदि मौजूद थे।