सी-विजिल एप पर करें शिकायत, 100 मिनट में होगी कार्रवाई : डीसी
डीसी दीप्ति उप्पल ने मतदाताओं से चुनाव आयोग की ओर से जारी एप का लाभ उठाने की अपील की।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : जिला चुनाव अधिकारी दीप्ति उप्पल ने वोटरों और सियासी पार्टियों को भारतीय चुनाव कमिशन की ओर से उनकी सुविधा के लिए बनाए आनलाईन पोर्टलों और मोबाइल एप का लाभ लेने के लिए अपील की है। उन्होंने बताया कि इन आनलाईन पोर्टलों और मोबाइल अप्लीकेशन में शिकायतों के लिए सी-विजिल, सियासी पार्टियों के लिए सुविधा पोर्टल, सुविधा कैंडिडेट एप, दिव्यांग के लिए पीब्ल्यूडी एप, वोटरों के लिए नेशनल सर्विस पोर्टल, वोटर हेल्पलाइन एप, वोटर टर्नआउट एप व नेशनल ग्रीवेंस सर्विसज पोर्टल शामिल हैं। मोबाइल आधारित सी-विजिल एप आम लोगों को आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लघंन की आनलाइन शिकायत की सुविधा मुहैया करती है।
इस ऐप को मोबाइल पर डाउनलोड करके कोई भी व्यक्ति किसी भी जगह पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की तस्वीर या वीडियो अपलोड कर सकता है, जिस पर 100 मिनट में कारवाई मुकम्मल की जाती है।
सुविधा पोर्टल को आनलाइन नामांकन पर मंजूरी आदि के लिए सियासी पार्टियों और उम्मीदवारों के लिए बहुत ही अनोखा मंच करार दिया है। उन्होंने कहा कि आनलाईन पोर्टल पर जाकर उ मीदवार अपना अकाउंट बनाकर नामांकन पत्र संबंधी प्रक्रिया को आसान बना सकता है। नामांकन आनलाइन भरने के अलावा जमानती राशि जमा करवाने और रिटर्निंग अधिकारी समक्ष पेश होने के लिए अग्रिम समय लेने में यह आनलाइन पोर्टल बड़ा सहायक साबित होगा।
एक बार आनलाइन नामांकन फार्म भरने के उपरांत उम्मीदवार इसका प्रिट लेकर, उसको तस्दीक करवा कर और जरूरी दस्तावेज साथ लगा कर रिर्टनिग अधिकारी आगे जाकर निजी तौर पर पेश कर सकता है।
सुविधा पोर्टल का दूसरा लाभ उम्मीदवारों, सियासी पार्टियों को बैठक, रैलियां, लाउड स्पीकर, अस्थायी चुनाव कार्यालयों के लिए मंजूरी लेने में भी आसानी होना है, जिससे समय की भी बचत होगी।
जिला चुनाव अधिकारी अनुसार सुविधा कैंडीडेट एप कोविड-19 मद्देनजर बैठक, रैलियों के लिए सार्वजनिक जगहों की उपलब्धता को आसान बनाएगी। इससे नामांकन और मंजूरी की स्थिति को भी जाना जा सकता है। कैंडीडेट एफीडेविट पोर्टल को वोटरों के लिए पारदर्शिता का एक ओर महत्वपूर्ण मंच बताते देते हुए उन्होंने कहा कि आनलाइन पोर्टल के द्वारा किसी भी क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की सूची, उनकी जानकारी, नामांकन स्थिति और उनके द्वारा लिए गए बयान आम लोगों की पहुंच में होंगे। पी-डब्ल्यूडी एप को दिव्यांग वोटरों के लिए बहुत ही लाभकारी बताते हुए डीसी ने कहा कि इस एप की मदद से मोबाइल पर ही दिव्यांग वोटरों की पहचान, नई वोट बनवाने, मतदाता फोटो सना ती कार्ड में संशोधन, मतदान वाले दिन व्हीलचेयर की जरूरत आदि के बारे में मदद करेगी। वोटर टर्न आउट एप को मतदान वाले दिन आम लोगों, सियासी पार्टियों और मीडिया के लिए लाभकारी करार देते हुए बताया कि इस ऐप की मदद से कौन से क्षेत्रों में कितना मतदान हुआ, के बारे में जानकारी मोबाइल पर ही मुहैया हो जाएगी।