अहंकार का प्रतीक दशानन का हुआ दहन
ाी प्रताप धर्म प्रचारणी रामलीला दशहरा कमेटी ने हर्षोल्लास से दशहरा का त्योहार मनाया।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : श्री प्रताप धर्म प्रचारणी रामलीला दशहरा कमेटी ने हर्षोल्लास से दशहरा का त्योहार मनाया। श्री देवी तालाब मंदिर के ग्राउंड में रविवार को शाम साढ़े पांच बजे अहंकार का प्रतीक रावण का पुतला जलाया गया। कमेटी के सदस्यों ने कोविड-19 के तहत जारी हिदायतों का पालन किया। अध्यक्ष विनोद कालिया की अगुआई में श्री पंच मंदिर में दशहरा से पहले एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। कालिया ने बताया कि कमेटी दशहरा मनाने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन से लिखित मंजूरी ली है।
सभा के सदस्य राजेश सूरी, कृष्ण लाल, राजिदर वर्मा, एडवोकेट पवन कालिया, मंगल सिंह, हरवंत सिंह भंडारी, बलजिदर सिंह, सतीश शर्मा, गुलशन लुंवा, दविदर कालियां, अशोक, पवन, कमलजीत सिंह ने शहरवासियों को दशहरा का बधाई दी। कमेटी प्रधान कालिया ने बताया कि कमेटी पिछले 89 वर्षो से दशहरा का त्योहार मना रही है। आतंकवाद के दिनों में भी सभा ने पुलिस की सुरक्षा में दशहरा का त्योहार मनाया है। इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते सभा ने 16 अक्टूबर को सूर्यवंशी ध्वजारोहन किया और 25 अक्टूबर को दशहरा मनाया है। उन्होंने कहा कि हर वर्ष 90 फूट लंबा रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाए जाते थे लेकिन इस बार केवल रावण का 22 फुट ऊंचा पुतला ही जलाया गया है तथा पुतले में पटाखे भी नही लगाए। कपूरथला के विधायक राणा गुरजीत सिंह ने सभा के प्रयासों की सराहना की तथा लोगों को दशहरा की शुभकामनाएं दी। उन्होंने लोगों को प्रभु श्रीराम के जीवन से शिक्षा लेकर जीवन को सफल बनाने के लिए प्रेरित किया।