20 स्कूल बसों के काटे चालान, तीन को बंद करवाया
जिला प्रशासन व ट्रैफिक पुलिस ने 20 स्कूल बसों के चालान काटे।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : गांव लोंगोवाल में हुए हादसे में चार बच्चों की मौत के बाद मुख्यमंत्री अमरिदर सिंह के आदेश पर जिला प्रशासन व ट्रैफिक पुलिस ने मंगलवार को दूसरे दिन भी निजी स्कूल बसों खिलाफ जांच अभियान चलाया। 20 बसों के चालान काटे गए जबकि तीन बसों को बंद किया गया। निजी स्कूलों की इन बसों में अनेक खामियां पाई गई, जिनमें किसी के कागज अधूरे थे तो किसी की बस में कंडक्ट नही था।
विरासती शहर में करीब डेढ़ दर्जन निजी स्कूल है, जिनमें करीब 250 स्कूल बसें बच्चों को लाने ले जाने का काम करती है। इसके अलावा ऑटो रिक्शा व साइकिल रिक्शा भी बच्चों को लाते ले जाते हैं।
एसडीएम वरिदपाल सिंह बाजवा ने कहा कि संगरूर में हुए हादसे से सबक लेते हुए प्राइवेट स्कूलों के बच्चे लेकर आने व जाने वाली बसें स्कूल वाहन पालसी के तहत सभी शर्तों पूरी करती होनी चाहिए है। नियम तोड़ने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एसडीएम कपूरथला वरिदरपाल सिंह बाजवा की अगुआई में दूसरे दिन भी कपूरथला सब डिवीजन अधीन पड़ते सरकारी व अर्ध सरकारी स्कूलों की बसों की चेकिग की गई। इस मौके पर ट्रैफिक इंचार्ज इंस्पेक्टर दीपक शर्मा की निगरानी में ट्रैफिक पुलिस के सब इंस्पेक्टर दर्शन सिंह व अन्य ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों के साथ एसडीएम बाजवा की ओर से स्कूली बसों की चेकिग की गई। इस दौरान करीब 31 बसों की चेकिग की गई व 22 बसों में जरूरी यंत्र न होने कारण उनके चालान किए गए व दो बसों को बंद किया गया। एक मिनी बस भी बंद की गई है।
स्कूल प्रबंधकों ने कंडम वाहनों को सड़क पर नहीं उतारा
उधर, सोमवार को जिला प्रशासन व ट्रेफिक पुलिस की कारवाई के बाद स्कूलों की तरफ से कंडम गाड़ियों व बसों को सड़कों पर नही उतारा गया। जिन गाड़ियों में ज्यादातर कागज व अन्य मानक पूरे थे उनके जरिए बसों को ले जाया लाया गया।