गौरक्षा, गौसेवा व गौसंवर्धन से बढ़ेगा भारत का गौरव : नरेश पंडित
भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व जिला अध्यक्ष आकाश कालिया व पूर्व भाजपा पार्षद पवन धीर ने शनिवार को गोबिंद गोधाम गोशाला कांजली रोड का दौरा किया।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व जिला अध्यक्ष आकाश कालिया व पूर्व भाजपा पार्षद पवन धीर ने शनिवार को गोबिंद गोधाम गोशाला कांजली रोड का दौरा किया। इस दौरान आकाश कालिया व पवन धीर ने गो पूजन किया। साथ ही गाय को गुड़ और चारा खिलाया। इस दौरान उन्होंने गोशाला कमेटी के साथ बैठक भी की।
उन्होंने गोशाला कमेटी के अध्यक्ष नरेश पंडित से वहां रखी गई गाय की संख्या, उनके चारा पानी और शेड के साथ-साथ व्यवस्था आदि की जानकारी ली और गोशाला में होने वाली समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया। आकाश कालिया व पवन धीर ने कमेटी को हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया।
गोशाला कमेटी के अध्यक्ष नरेश ने कहा की आज विश्वभर में भारतीय देशी गोवंश के दिव्य गुणों को समझकर विश्वभर में भारतीय देशी गोवंश की मांग बढ़ रही है। जिसका दूध, दही, घी, मक्खन, छाछ, गोबर गोमूत्र जो मानव स्वास्थ्य और कृषि दोनों के लिए सर्वाधिक उपयोगी है। ऐसे दिव्य गुणों की खान सिर्फ भारतीय देशी गोवंश में ही विद्यमान है।
नरेश पंडित ने बताया की देश के कुछ विशेषज्ञो (वैज्ञानिकों) ने कुछ साल पूर्व कहा था कि भारतीय देशी गोवंश के गोमूत्र में भी स्वर्ण सोना है। यह समाचार आने के बाद विश्वभर में हलचल मच गई। लेकिन भारत सरकार का ध्यान इस और नही जा रहा है। भारत सरकार द्वारा भैंस, बकरी व अन्य पशुओं पर शोध के लिए राष्ट्रीय अनुसंधान संस्थानों की तो स्थापना की गई है।
नरेश पंडित ने कहा की अगर भारत देश के नीति निर्माता योजनाकारों और राजनेताओं ने भारतीय देशी नस्ल की गायों पर ध्यान दिया होता तो आज विश्व में भारत दुग्धउत्पादन में पहले नम्बर पर होता। हमारे यहां कहावत है कि पानी मांगो दूध मिलता था। यहां दूध दही की नदियां बहती थी, लेकिन आज भारत मास निर्यात प्रमुख देशों में गिना जाता है।
पुज्य देवरहा बाबा ने कहा था कि जब तक पवित्र भारत भूमि में गोरक्त गिरता रहेगा तब तक कोई भी धार्मिक कार्य, सामाजिक, राजनीतिक कार्य सफल नही होंगे सबको इस गोमाता के पवित्र कार्य में लगकर गोसेवा, गोरक्षा, गोसंवर्धन के कार्य में लग जाना चाहिए तब ही भारत का गोरव गोरक्षा व गोसेवा से बढ़ेगा।
इस अवसर पर आरएसएस के नेता सुभाष मुक्रन्दी, विश्व हिन्दू परिषद पंजाब प्रदेश के नेता संजीव बजाज, बाबा बिट्टा भगत, राजू सूद नारायण दास आदि उपस्थित थे।