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श्रीराम मंदिर आंदोलन में अशोक सिंघल का था महत्वपूर्ण योगदान: नरेश

मंदिर निर्माण आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले अशोक सिघल जी रामचंद्र दास जी परमहंस जी कोठारी बंधु आदि सभी कार सेवकों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 01:33 AM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 01:33 AM (IST)
श्रीराम मंदिर आंदोलन में अशोक सिंघल का था महत्वपूर्ण योगदान: नरेश
श्रीराम मंदिर आंदोलन में अशोक सिंघल का था महत्वपूर्ण योगदान: नरेश

जागरण संवाददाता, कपूरथला : राम नाम की ओढ़ के चादर, हमें अयोध्या जाना है। मर जाएंगे मिट जाएंगे, मंदिर भव्य बनाना है। लाठी गोली खाएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। जहां राम का जन्म हुआ है, मंदिर वहीं बनाएंगे। राम लला हम आएंगे, मंदिर भव्य बनाएंगे। हम हिदू अयोध्या जाएंगे, प्राणों की बलि चढ़ाएंगे, चाहे जितना खून बहे, पर मंदिर वहीं बनाएंगे आदि नारों के साथ 1990 में हजारों कार सेवकों ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति दे दी।

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उक्त बातें विश्व हिन्दू परिषद जालंधर विभाग के अधक्ष्य नरेश पंडित एवं विहिप प्रदेश नेता संजीव बजाज, बजरंग दल नेता तरुण कटारिया ने राम जन्म भूमि पूजन के अवसर पर श्री राम जन्म भूमि के आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति देने वाले तथा मंदिर निर्माण आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले अशोक सिघल जी रामचंद्र दास जी परमहंस जी कोठारी बंधु आदि सभी कार सेवकों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कही।

इस मौके पर नरेश पंडित ने कहा कि समस्त हिदू इन महापुरुषों व अपनी जान निछावर करने वाले कार सेवकों का हमेशा ऋणी रहेगा। इन्हीं के त्याग और बलिदान के कारण आज भव्य राम मंदिर के निर्माण का रास्ता प्रशस्त हुआ है। नरेश पंडित ने हिदुत्व के पुरोधा और मुखर योद्धा रहे अशोक सिघल को याद करते हुए कहा की उन्होंने श्री राम जन्मभूमि मामले पर जिस तरह से युवाओं को जोड़ा और पूरे मंदिर आंदोलन को धार देते हुए उसकी दिशा तय की,उसके बाद से उनकी तूती बोलती थी। अपने जोशीले भाषणों से वह युवाओं के दिलों पर राज करने लगे थे। यह वही समय था, जब भाजपा अपने आप को खड़ा करने में लगी थी और भाजपा का संगठन धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था।

नरेश पंडित ने कहा की सिघल 20 साल तक विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष रहे। सिघल ही वो व्यक्ति थे जिन्होंने अयोध्या विवाद को स्थानीय जमीन विवाद से अलग देखा और इसे एक राष्ट्रीय आंदोलन बनाने में अहम भूमिका निभाई। इस अवसर पर आरएसएस के वरिष्ठ नेता सुभाष मकरंदी, आनंद यादव, बजरंगी, चंदन शर्मा, दीपक कालिया, लविश कालिया, चंद्रमोहन भोला, राजकुमार अरोड़ा, विजय ग्रोवर, जीवन वालिया, राजेश शर्मा, गोबिद राम आदि ने भी पुष्प अर्पित कर अशोक सिघल को श्रद्धांजलि अर्पित की।


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