जिले में 15 ब्लैक स्पॉट, एक साल में 15 मौतें
महेश कुमार, कपूरथला प्रदेश में मौसम ने करवट ले ली है। आने वाले दिनों में सड़कों पर धुंध का कोहराम
महेश कुमार, कपूरथला
प्रदेश में मौसम ने करवट ले ली है। आने वाले दिनों में सड़कों पर धुंध का कोहराम देखने को मिलेगा। इसमें भी दो राय नहीं कि धुंध के कारण हादसे भी बढ़ेंगे। कपूरथला व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले दो दिनों में सड़कों पर रोशनी के अभाव व धुंध के कारण छह लोग जान गंवा चुके हैं। इसे बावजूद प्रशासन इन हादसों से कोई सबक नहीं ले रहा। परिवहन विभाग के अधिकारी सड़क हादसों को लेकर गंभीर नहीं हैं। उनके पास कोई हादसों को रोकने के लिए कोई प्लान नहीं है। जानकारी के अनुसार जिले में करीब 15 ब्लैक स्पॉट हैं जहां आए दिन लोग सड़क हादसों का शिकार बन रहे हैं। पिछले साल के दौरान जिले में इन सड़कों पर 35 के करीब हादसे हुए हैं। इन हादसों में 15 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
गुरु नानक स्टेडियम रोड
कपूरथला-जालंधर रोड पर स्थित गुरु नानक स्टेडियम को जाती सड़क पर लोग अक्सर हादसों का शिकार हो जाते हैं। इसकी वजह है यहा पर मौजूद तंग मोड़ व ब्लैक स्पॉट। इस सड़क पर दिन के समय भी हादसे होते रहते हैं। अगर पिछले साल पर नजर दौड़ाई जाए तो इस रोड पर लगभग 30 के करीब हादसे हुए हैं जिनमे से तीन लोगों की मौत व कई गंभीर घायल हुए है। पीछे कारण इस सड़क पर रात के समय अंधेरा होना है क्योंकि इस सड़क पर फौजी छावनी स्थित है। सुरक्षा के लिहाज से छावनी के कारण यहा लाइट का कोई प्रबंध नहीं है। दूसरी ओर प्रशासन भी सुरक्षा के मद्देनजर इस ओर अधिक ध्यान नहीं दे रहा है। सुरक्षा के लिहाज से आर्मी वाले यहा स्ट्रीट लाइट लगाने की इजाजत भी नहीं दे रहे। यहा तक कि रिफ्लेक्टर तक भी नहीं लगाने देते।
डीसी चौक से जालंधर को जाने वाली सड़क पर स्पीड ब्रेकर नहीं
दूसरी ओर डीसी चौक से जालंधर को जाने वाली सड़क पर स्पीड ब्रेकर भी नहीं लगाए जा सकते क्योंकि स्पीड ब्रेकर लगाने का प्रावधान वहीं होता है जहा लिंक सड़क हो।
यह करने से रूकेंगे हादसे
सड़क हादसों को रोकने के लिए यहा जगह-जगह स्ट्रीट लाइट लगाने की जरूरत है ताकि वाहन चालकों खासकर बाहर से आने वाले लोगों को यहा हादसे का पर्याय बने तंग मोड़ दिखाई दे जाए। कपूरथला से जालंधर व जालंधर से कपूरथला आने वाले वाहन चालक इस सीधी रोड पर तेज रफ्तार से आते हैं और सड़क पर रोशनी का प्रबंध न होने के कारण उन्हे तीखा मोड़ दिखाई नहीं देता जिससे अकसर हादसे हो रहे हैं।
हादसों की मुख्य वजह
धुंध में हादसों का सबसे बड़ा कारण बनता है तेज रफ्तार वाहन चालकों का एक-दूसरे से दूरी बनाकर न चलना
--बिना पार्किग व लाइट के वाहनों को सड़क के किनारे खड़ा कर देना।
--वाहन के पीछे रिफ्लेक्टर व लाइट का न होना
हाइवे पर दोनों तरफ सफेद पट्टी का न होना, ट्रैफिक लाइटों का खराब होना सबसे बड़ा कारण है
सड़क के किनारे वाहन खड़ा करने वाले चालकों पर होगी कार्रवाई
जिला ट्रैफिक इंचार्ज दीपक शर्मा ने कहा कि उन्होंने हाल ही में कपूरथला में चार्ज संभाला है। उनकी टीम की ओर से बदलते मौसम को देखते हुए पैट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। जहा भी कमी है उसे दूर करवाया जा रहा है। जहा सफेद पंट्टी नहीं है वहा जल्द पट्टी लगाने की कोशिश की जा रही है। विभाग के सोशल मीडिया सेल भी लोगों को जागरूक करने में लगा है। सर्दी के मौसम में उन वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है जो पार्किग स्थल की बजाय सड़कों के किनारे वाहन पार्क करते हैं। उन्होंने वाहन चालकों से सहयोग की अपील की।
कोट्स
नगर निगम के कार्यकारी अधिकारी से बैठक कर सड़क हादसों को रोकने के लिए आवश्यक निर्देश देंगे। सड़कों पर स्ट्रीट लाइट्स लगवाई जाएगी व टूटी सड़कों की मरम्मत करवाई जाएगी।
एसडीएम वरिंदर पाल सिंह बाजवा।