संदिग्ध अवस्था में युवक की मौत, नशा छुड़ाओ केंद्र के मालिक सहित दो नामजद
थाना सदर के तहत आते कस्बा जंडियाला मंजकी में 32 वर्षीय हरजीत सिंह की संदिग्ध हालात में मौत हो गई।
संवाद सहयोगी, जंडियाला मंजकी
थाना सदर के तहत आते कस्बा जंडियाला मंजकी में 32 वर्षीय हरजीत सिंह की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। स्वजनों ने नशा छुड़ाओ केंद्र के मालिक पर इलाज में देरी का आरोप लगाया, जिससे मौत हुई। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दिए बयान में सुलखन सिंह ने बताया कि उनका बेटा हरजीत सिंह पांच जनवरी को अपने दोस्त जोता निवासी जंडियाला मंजकी से मिलने गया था। वहां से उसे नशा छुड़ाओ केंद्र आस की किरण अरमानपुर वाले उठा कर ले गए। उनकी पत्नी ने नशा छुड़ाओ केंद्र में फोन किया और उन्हें बताया गया कि उनका बेटा बीमार रहता है। उसकी दवा चल रही है, इसलिए उसे घर छोड़ जाएं, परन्तु नशा छुड़ाओ केंद्र के मालिक ने उसकी एक न सुनी। उन्होंने बताया कि रविवार को नशा छुड़ाओ केंद्र से पत्नी को फोन करके बताया गया कि हरजीत की तबीयत खराब है। वे उसे लेकर आ रहे हैं। आप नकोदर मोड़ पर आकर उसे ले जाओ। हरजीत के पिता ने बताया कि वह अपने भतीजों को साथ लेकर नकोदर मोड़ पहुंचे। वहां देखा कि हरजीत होश में नहीं था। वे उसे लेकर एक निजी अस्पताल में गए, जहां डाक्टर ने बताया कि हरजीत की मौत काफी समय पहले हो चुकी है। उन्होंने पुलिस को बताया कि नशा छुड़ाओ केंद्र का मालिक ही उनके बेटे की मौत का जिम्मेवार है। अगर हरजीत का समय पर इलाज करवाया जाता तो वह बच सकता था। थाना सदर जालंधर प्रभारी सतवंत सिंह ने बताया कि सुलखन सिंह के बयानों पर पुलिस ने नशा छुड़ाओ केंद्र के मालिक पवित्र निवासी दादूवाल, थाना सदर जालंधर व दिनेश कुमार शर्मा निवासी कमल विहार, रामा मंडी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।