युवा पीढ़ी को साहित्य और सभ्याचार से जोड़ना चाहिए : घुग्गी
जागरण संवाददाता, जालंधर लेखक एस अशोक भौरा की किताब विच्चों विच्च दी का विमोचन किया गया। ल
जागरण संवाददाता, जालंधर
लेखक एस अशोक भौरा की किताब विच्चों विच्च दी का विमोचन किया गया। लेखक भौरा अब तक 16 किताबें लिख चुके हैं। इस किताब में 20वीं सदी की समाप्ति और 21वीं सदी की शुरुआत में जितने भी पंजाबी गायक उभरे, उनके बारे में लिखा गया है। गुरप्रीत घुग्गी ने कहा कि हमें युवा पीढ़ी को साहित्य और सभ्याचार से जोड़ना चाहिए। किताब साहित्यकारों की सोच नहीं बल्कि उनका तजुर्बा होती हैं। किताबों से ही बच्चों की आगे विचारधारा बनती हैं। लेखक अशोक भौरा की शैली बहुत ही साधारण है जोकि सबको आसानी से समझ आती है।
गायक सरदूल सिकंदर ने कहा कि इसमें लेखक भौरा ने संगीत के क्षेत्र में योगदान देने वाली हस्तियों के बारे में लिखा है। इससे हमारी पीढ़ी को पंजाबी गायकों के बारे में जानकारी मिलेगी। किताब में सभ्याचरक मेले की शुरुआत से लेकर इसके अपनी सीमा तक पहुंचने के बारे में भी उल्लेख किया गया है।
इस अवसर पर जरनैल घुम्मण, अमरीक तलवंडी, आत्मप्रकाश, लख¨वदर जौहल, मोहम्मद सद्दीक, रणजीत कौर व दीपक बाली आदि मौजूद थे।