लाेकसभा चुनाव में मतदान के बाद थानों में शुरू हुआ काम, लंबित मामलों की जांच में जुटे थाना प्रभारी
लंबी चुनाव ड्यूटी के बाद मंगलवार को आखिरकार थानों में फिर से आम दिनों की तरह काम शुरू हुआ। थानों में शिकायतें लेकर आने वाले लोग पिछले काफी दिनों से काफी परेशान थे।
जालंधर, [सुक्रांत]। लंबी चुनाव ड्यूटी के बाद मंगलवार को आखिरकार थानों में फिर से आम दिनों की तरह काम शुरू हुआ। थानों में शिकायतें लेकर आने वाले लोग काफी दिनों से परेशान थे। मतदान के बाद थानों में पुलिस वालों की मौजूदगी देख कर अपने काम लेकर आने वालों ने भी राहत की सांस ली। चुनावों में सारे थानों की पुलिस सड़कों पर ही मौजूद थी। सारे थाना प्रभारी भी दिन भर बाहर ही रह रहे थे जिससे थानों का काम खासा प्रभावित हो रहा था। हालांकि चुनावी दिनों में सारे थानों के मुलाजिमों की छुट्टियां रद हो चुकी थी लेकिन इसका थानों के काम काज में कोई फायदा नहीं था बल्कि सारे पुलिस कर्मी वीआइपी ड्यूटी या फिर शहर में सुरक्षा को चाक-चौबंद करने में ही लगे थे।
अप्रैल महीने में जहां शहर के सारे थानों में पांच सौ से ज्यादा रिपोर्ट दर्ज हुई थी वहीं मई महीने में इससे आधी भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। अब चुनाव बीतने के बाद जब मंगलवार को थानों में पुलिस कर्मी नजर आए तो दिन भर में करीब तीस से ज्यादा रिपोर्ट लिखी गई और पुराने मामलों पर भी काम शुरू हो गया। अभी तक शहर के चार बड़े मामलों, जिनमें मुकुल आत्महत्या कांड, लवली ऑटो में हुआ हत्याकांड, जैमल नगर गोलीकांड और रस्ता मोहल्ला में नवजात बच्ची का शव मिलना है, में भी जांच सही ढंग से नहीं हो रही थी, जो अब शुरू हो जाएगी।
23 के बाद ही शहर से जाएंगी पैरामिलिट्री फोर्स
शहर के सारे थानों के प्रभारियों से लेकर मुलाजिमों की छुट्टियां रद हो चुकी हैं। वहीं शहर में मौजूद पैरा मिलिट्री फोर्स भी 23 के बाद ही शहर के रवाना होगी। 23 मई को शहर में चुनावी नतीजों की घोषणा होगी जिसके चलते शहर का माहौल थोड़ा गर्म रहने की संभावना है। इसके चलते शहर में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था रखने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
एक महीने में ही नीचे आया क्राइम का ग्राफ
चुनाव के दिनों में भले ही पुलिस सिर्फ चुनाव या वीआइपी ड्यूटी में फंसी रही लेकिन फिर भी मई के महीने में क्राइम का ग्राफ नहीं चढ़ा बल्कि बीते महीने के मुकाबले कम ही रहा है। जानकारी के मुताबिक जनवरी से लेकर अप्रैल महीने में शहर के 14 थानों में चोरी, झपटमारी, लड़ाई झगड़ा, नशा तस्करी, घरेलू हिंसा सहित छोटे-मोटे मिला कर करीब 2 हजार मामले दर्ज हुए, मतलब हर महीने करीब पांच सौ मामले दर्ज होते हैं। जानकारी के मुताबिक मई महीने में करीब 200 मामले ही शहर के सारे थानों में दर्ज हुए। इनमें से ज्यादातर मामले घरेलू हिंसा या आपसी मारपीट के थे। चोरी के करीब 20 मामले ही दर्ज हुए और झपटमारी के पांच मामले दर्ज हुए हैं। वहीं मई महीने में ही मुकुल आत्महत्या कांड, लवली आटो में हुआ हत्याकांड, जैमल नगर में हुआ गोली कांड जैसे मामले भी दर्ज हुए।
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