डिलीवरी की वीडियो बनाने के मामले में सिविल सर्जन को महिला आयोग ने जारी किया नोटिस, 24 को चंडीगढ़ तलब किया
अमृतसर के सिविल सर्जन ने मंगलवार को गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी करते हुए उनकी वीडियो बनाई थी। इस मामले में सिविल सर्जन को महिला आयोग ने जारी किया नोटिस। सिविल सर्जन के साथ पांच गायनी डाक्टर व स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर को भी चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने तलब किया है।
अमृतसर, जेएनएन। अमृतसर के सिविल सर्जन को महिला आयोग ने जारी किया नोटिस। 24 नवंबर को चंडीगढ़ तलब किया। सिविल सर्जन डा. नवदीप सिंह के साथ पांच गायनी डाक्टर व स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर को भी चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने तलब किया है। सिविल सर्जन नवदीप सिंह ने मंगलवार को सिविल अस्पताल में चार गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी की थी। इस दौरान उन्होंने डिलीवरी की प्रक्रिया का वीडियो बनाकर इसे जारी भी करवा दिया था।
उन्होंने गर्भवती महिला की डिलीवरी करते समय वीडियोग्राफी करवाकर इसे जारी भी कर दिया। एक मिनट की इस वीडियो में डा. नवदीप सिंह गर्भवती महिला की डिलीवरी करते हुए दिख रहे हैं। सिजेरियन डिलीवरी के दौरान उन्होंने महिला की कोख से शिशु को निकाला और डाक्टर के हवाले कर दिया। महिला का चेहरा भी वीडियो में स्पष्ट रिख रहा है। इसके बाद प्रेस नोट जारी करते हुए अपनी यह कारस्तानी सार्वजनिक की।
मंगलवार को डा. नवदीप ने कुल चार डिलीवरी कीं। उनके साथ अस्पताल की गायनी डाक्टर सितारा, डा. रोमा, डा. गुरपिंदर, डा. मीनाक्षी भी थे। किसी भी वरिष्ठ गायनी डाक्टरों ने वीडियोग्राफी का विरोध नहीं किया। हालांकि हर गायनी डाक्टर को यह मालूम है कि वीडियो नहीं बनाई जा सकती। सिविल सर्जन का ध्यान डिलीवरी की तरफ कम और कैमरे की ओर ज्यादा था। वैसे सिविल अस्पताल में गायनी डाक्टरों की कोई कमी नहीं। मंगलवार को डिलीवरी करवाने वाली महिलाओं की संख्या भी अधिक न थी। ऐसे में सिविल सर्जन फोटोशूट करवाने के चक्कर में यहां पहुंच गए और बुरे फंसे। डा. नवदीप सिंह के कहने पर डिलीवरी की प्रक्रिया का प्रेस नोट, वीडियो व कुछ फोटो मीडिया भी जारी किए गए। इस कारस्तानी का स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान लिया है।