मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ कोरोना से जंग जीतने वालों का ग्राफ भी बढ़ा
सेहत विभाग व जिला प्रशासन के प्रयास के बावजूद कोरोना के नए मामलों की रफ्तार कम नहीं हो रही है। कोरोना सेशन कोर्ट कांप्लेक्स के अलावा स्वास्थ्य केंद्रों व पुलिस थानों में पहुंच गया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : सेहत विभाग व जिला प्रशासन के प्रयास के बावजूद कोरोना के नए मामलों की रफ्तार कम नहीं हो रही है। कोरोना सेशन कोर्ट कांप्लेक्स के अलावा स्वास्थ्य केंद्रों व पुलिस थानों में पहुंच गया है। सेशन कोर्ट कांप्लेक्स में निजी कार्यो से आने वाले लोगों के अलावा जज व उनके स्टाफ भी कोरोना की गिरफ्त में आने लगे हैं। जिले में मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ कोरोना से जंग जीतने वालों की भी संख्या में तेजी से इजाफा होने लगा है। वीरवार को जिले में एक एनआरआइ, 10 डाक्टरों व 11 पुलिस कर्मियों सहित 1015 लोग कोरोना की गिरफ्त में आए। तीन बुजुर्गो की कोरोना से मौत हो गई। कोरोना से मरने वाले तीनों बुजुर्गो को वैक्सीन की दोनों डोज लगी थी। इनमें 114 अन्य जिलों व राज्यों के मरीज भी शामिल हैं। जिले में 901 मरीज सामने आए है। वहीं 590 मरीजों ने कोरोना से जंग जीती।
सेहत विभाग के अनुसार पिछले 10 दिन में कोरोना के मरीजों की संख्या में रिकार्ड तोड़ इजाफा दर्ज किया गया है। वहीं कोरोना से जंग जीतने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। जिले के इटली से आया एक व्यक्ति, पुलिस थाना एक, आठ, पांच, भोगपुर, मकसूदा, रामामंडी व बिलगा थाने से 11, 10 डाक्टरों के अलावा 10 पैरामेडिकल स्टाफ, सीआरपीएफ से 13, बस स्टैंड से चार, सेना के अस्पताल से 12, आरडीडीएल व निजी यूनिवर्सिटी से सात-सात लोग कोरोना की गिरफ्त में आ चुके हैं। सिविल सर्जन डा. रणजीत सिंह ने बताया कि आइसोलेशन का समय कम होने व बिना लक्षणों वाले मरीजों की संख्या ज्यादा होने से लोग कोरोना को जल्द हराने में कामयाब हो रहे है। उन्होंने कहा कि सैंपलों की संख्या बढ़ने के साथ कोरोना पाजिटिव दर 23 फीसद के करीब पहुंच गई है। जिले में 2590 लोग विदेशों से आए हैं। इनमें से 785 के टेस्ट हुए और 43 को कोरोना होने का मामला सामने आया। इनमें से 12 ओमिक्रोन के मामले भी शामिल हैं। सिविल अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ते ही नर्सो की कमी खली
जालंधर : कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने के साथ सिविल अस्पताल में दाखिल होने वालों की तादाद बढ़ने लगी है। सिविल अस्पताल में कोरोना के 19 मरीज दाखिल हैं। इसके साथ ही नर्सो की कमी खलने लगी है। वार्डो में नर्सो की संख्या कम होने की वजह से नर्सों में खासा रोष है। वीरवार को सिविल अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में सुबह 18 मरीज दाखिल थे, जहां केवल दो नर्से ही ड्यूटी पर तैनात थीं। वहीं दूसरे आइसीयू में सात मरीज थे और तीन नर्से ड्यूटी पर तैनात थी। ट्रोमा सेंटर में मरीजों के साथ उनके परिवार के सदस्य भी मौजूद हैं और सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं। नर्सो का कहना है कि स्टाफ कम होने की वजह से मरीजों की सही ढंग से देखभाल नहीं पा रही है। गंभीर मरीजों के लिए नर्सो की संख्या बढ़ाने की जरूरत है। मामला अस्पताल प्रशासन तक पहुंचा। सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. सुरजीत सिंह का कहना है कि जल्द ही ट्रोमा सेंटर की दूसरी मंजिल पर वार्ड शुरू किया जाएगा। फिलहाल कोरोना मरीजों के इलाज के लिए ट्रोमा सेंटर में व्यवस्था की गई है। उन्होंने वहां नर्सिग स्टाफ की संख्या बढ़ाने की बात कही है।