लारेंस गैंग से लिक की होगी जांच, मोबाइल फारेंसिक जांच को भेजे
बीते शनिवार गोराया में सीआइए स्टाफ टू द्वारा एक अवैध पिस्टल और पांच कारतूस के साथ गिरफ्तार किए गए हत्या के मामले में जमानत पर आए सोनू रूड़का और उसके साथी राजन पंडित से पुलिस की पूछताछ जारी है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : बीते शनिवार गोराया में सीआइए स्टाफ टू द्वारा एक अवैध पिस्टल और पांच कारतूस के साथ गिरफ्तार किए गए हत्या के मामले में जमानत पर आए सोनू रूड़का और उसके साथी राजन पंडित से पुलिस की पूछताछ जारी है। सोनू और राजन के संबंध गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के साथ भी बताए जा रहे हैं। सोनू छह महीने पहले ही हत्या के मामले में जमानत पर आया था और जमानत पर आने के बाद से उसने हथियारों की सप्लाई करनी शुरू कर दी थी। मामले में पुलिस ने अब दोनों आरोपितों के फोन को कब्जे में लेकर फारेंसिक जांच के लिए भेजा है, ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि वह इंटरनेट कालिग के जरिए किन-किन लोगों से बात करते थे। साथ ही दोनों आरोपितों की काल डिटेल की भी जांच की जा रही है, जिससे यह पता चल सके कि इनका लारेंस गैंग से क्या संबंध है। उन्हें अवैध हथियार कौन सप्लाई करता था। गिरफ्तार आरोपित राजन पंडित फगवाड़ा के रावलपिडी थाने का भगोड़ा था। पुलिस की पूछताछ में दोनों आरोपितों ने करीब छह महीने पहले गोराया इलाके में कपूरथला निवासी तीन अन्य साथियों के साथ एक किसान पर जानलेवा हमला करने की बात भी कबूली। मामले में पुलिस ने गोराया निवासी किसान अमरजीत की शिकायत पर हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था। आशंका जताई जा रही है कि आरोपितों ने इस वारदात को लारेंस के कहने पर अंजाम दिया था। इसके बाद अब पुलिस मामले में शामिल अन्य आरोपितों की तलाश में छापेमारी करने में जुटी हुई है।
दरअसल बीते शनिवार सीआइए स्टाफ टू की टीम ने सूचना पर नाकेबंदी के दौरान गोराया के पास से दो वरना कार सवार युवकों को गिरफ्तार किया था। इनके कब्जे से पुलिस ने एक पिस्टल और पांच कारतूस बरामद किए थे। जांच में सामने आया था कि गिरफ्तार आरोपित सोनू सितंबर 2019 में हुए परागपुर हैंगआउट पब हत्याकांड का मुख्यारोपित था। उसी मामले में छह महीने पहले जमानत पर छूट कर आया था। इससे पहले जमीन के विवाद में साल 2013 में बिलगा थाना क्षेत्र में सतनाम सिंह की हत्या में भी सोनू का नाम आया था। इस मामले में भी पुलिस ने सोनू को गिरफ्तार किया था। जेल में रहने के दौरान सोनू के तार लारेंस बिश्नोई गैंग से भी जुड़े थे।