जल संकट से त्रस्त सरस्वती विहार के लोगों का गुस्सा फूटा
जासं, जालंधर : तीन महीने से पानी की समस्या से जूझ रहे सरस्वती बिहार के लोगों का गुस्सा सोमवार को फूट
जासं, जालंधर : तीन महीने से पानी की समस्या से जूझ रहे सरस्वती बिहार के लोगों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा। पीड़ित लोग नगर निगम में अपनी व्यथा सुनाने पहुंचे, लेकिन वहां न वाटर सप्लाई ¨वग के एसई मिले न ही निगम कमिश्नर। पीड़ितों का कहना है कि समस्या का जल्द हल नहीं निकला तो उन्हें संघर्ष के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस कॉलोनी में सरकारी विभागों में बड़े पद पर काम कर रहे व सेवानिवृत अधिकारी व कर्मचारी रहते हैं। इसके बावजूद पिछले तीन महीने से जल संकट के हल के नाम पर निगम अधिकारी सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं।
सरस्वती विहार वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र साहनी, सचिव एसके गुलाटी ने बताया कि पहले पानी पहली मंजिल व कुछ देर के लिए दूसरी मंजिल तक भी पहुंच जाता था, लेकिन गर्मी बढ़ने के बाद अब ग्राउंड फ्लोर पर भी पानी नहीं मिल रहा है। कॉलोनी में तीन मंजिली फ्लैट होने के कारण लोग सबमर्सिबल पंप भी नहीं लगा सकते हैं। ऐसे में सभी 234 आवंटी नगर निगम की जल सप्लाई पर ही पूरी तरह निर्भर हैं। उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि नगर निगम उनके धैर्य की परीक्षा न ले।
नगर निगम वाटर सप्लाई ¨वग के एसई किशोर बंसल ने बताया कि जहां ट्यूबवेल डेड हो जाते हैं, उन्हें दूसरे ट्यूबवेल से जोड़ दिया जाता है, उसकी जगह नया ट्यूबवेल लग जाता है। सरस्वती विहार का मामला उनके संज्ञान में आया है वहां मोटर बदल रहे हैं, कल तक बदल जाएगी। गर्मियों से पहले निगम ने कोई एक्शन प्लान नहीं बनाने को लेकर उन्होंने बताया कि ट्यूबवेल तो चल ही रहे हैं, फिर क्या एक्शन प्लान की जरूरत थी।