गुज्जरों के डेरे से मंदबुद्धि युवक को छुड़वाया
रविवार को गांव दोलीके के युवकों ने पुलिस की मदद से गुज्जरों के डेरे से 35 वर्षीय मंदबुद्धि युवक को छुड़वाया।
संवाद सूत्र, किशनगढ़ : रविवार को गांव दोलीके के दारा सिंह, जसपाल सिंह, मनजीत सिंह, मिदा, बाजा, काका, देस राज, बोबी दौलीके, संदीप सिंह, सरपंच संजीव मडार ने पुलिस की मदद से गुज्जरों के डेरे से 35 वर्षीय मंदबुद्धि युवक को छुड़वाया।
दरअसल, नौजवानों ने गुज्जरों के डेरे पर एक व्यक्ति को काम करते देखा, जोकि ठंड में नंगे पैर व नंगे सिर काम कर रहा था। उन्हें पता लगा कि डेरे वालों ने उसे जबरन रखा हुआ है और काम करवाते हैं। उन्होंने डेरे के मालिक सैफ अली से पूछा गया कि क्या उसने इस व्यक्ति को काम पर रखने के लिए पुलिस के पास रजिस्ट्रेशन करवाया हुआ है तो जवाब मिला कि हमने ब्यास पिड के सरपंच संजीव मडार (रॉकी) को जानकारी दी है। सरपंच को बुलाया गया तो उन्होंने कहा कि यह सरासर गलत है। उन्होंने तो खुद एक माह पहले उनसे कहा था कि इस व्यक्ति को वापस भेज दो। इसके बावजूद गुज्जरों ने उनकी चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया।
इसके बाद युवकों ने पुलिस को जानकारी दी। चौकी अलावलपुर के एएसआइ हरपाल सिंह ने मौके पर पुलिस कर्मचारी भेजे। उन्होंने उक्त व्यक्ति को डेरे से छुड़वाकर गुरु नानक अनाथ आश्रम गांव वरियाणा नजदीक जंडूसिघा को सौंप दिया। गुज्जरों पर केस भी दर्ज कर लिया गया है।