Punjab Politics: पार्टी की फूट मिटाने के लिए मजीठिया बनाए जा सकते हैं खडूर साहिब से शिअद प्रत्याशी
विधानसभा हलका खडूर साहिब की सीट रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा के पास रही है। ब्रह्मपुरा को शिअद से निकाले जाने के बाद पार्टी के कई नेता दावा जता रहे हैं। इनकी सूची इतनी लंबी है कि किसी एक को टिकट मिलते ही बगावत का सामना करना पड़ सकता है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। आगामी विधानसभा चुनाव लिए शिअद की ओर से लगातार प्रत्याशियों की घोषणा की जा रही है। माझे के जिला तरनतारन की चार सीटों में से तीन पर प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं। बाकी बची खडूर साहिब सीट पर पार्टी की गुटबाजी लगातार सामने आ रही है। इसे दूर करने के लिए माझे के जरनैल बिक्रम सिंह मजीठिया को पार्टी का प्रत्याशी बनाया जा सकता है। कारण, शिअद नहीं चाहता कि इस चुनाव में किसी भी तरह का कोई रिस्क लिया जाए।
विधानसभा हलका खडूर साहिब की सीट रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा के पास रही है। लगातार दो चुनावों में कांग्रेस के रमनजीत सिंह सिक्की ने जीत दर्ज करवाते शिअद के गढ़ को कांग्रेस के गढ़ में बदल दिया था। ब्रह्मपुरा को शिअद से निकाले जाने के बाद खडूर साहिब सीट के लिए पार्टी के कई नेता दावा जता रहे हैं। इन दावेदारों की सूची इतनी लंबी है कि किसी एक को टिकट मिलते ही बगावत का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि तरनतारन से लगातार तीन चुनाव जीतने के बाद वर्ष 2017 में हार का सामना करने वाले हरमीत सिंह संधू को खडूर साहिब भेज दिया था। अगस्त महीने में संधू को दोबारा तरनतारन से टिकट दे दी गई।
हलका खडूर साहिब की बात करें तो पूर्व कैबिनेट मंत्री आदेश प्रताप सिंह कैरों चाहते है कि यहां से अपने करीबी को टिकट दिलाई जाए। हालांकि, पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया अपने करीबी को टिकट दिलाना चाहते हैं। इसके चलते खडूर साहिब सीट का फैसला लंबित है। सूत्रों की माने तो शिअद हाईकमान ने नए फार्मूले पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके मुताबिक बिक्रम सिंह मजीठिया को खडूर साहिब से प्रत्याशी बनाने पर विचार किया जा रहा है। शिअद द्वारा करवाए सर्वे की रिपोर्ट है कि अगर खडूर साहिब से मजीठिया मैदान में आते हैं तो आसपास के क्षेत्रों से संबंधित सीटों पर भी शिअद का दबदबा बढ़ सकता है।
ब्रह्मपुरा का हलके में अच्छा आधार
पूर्व सांसद रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा भले ही शिअद संयुक्त के सरपरस्त हैं लेकिन उनका हलके में अच्छा आधार है। यह बात यकीनी है कि अकाली दल बादल के विरोध में ब्रह्मपुरा गुट प्रत्याशी भी मैदान में उतारेगा। ऐसे में ब्रह्मपुरा का वोट बैंक समेटने में बिक्रम सिंह मजीठिया जैसे कदवार नेता खडूर साहिब में ओर नहीं है।
पार्टी सुप्रीमो करेंगे फैसला
पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया कहते है कि खडूर साहिब की टिकट लिए पार्टी में कोई घमासान नहीं चल रहा। मैं बाकी हलकों की तरह खडूर साहिब हलके में पार्टी की मजबूती लिए पूरी टीम को उत्साहित करता आ रहा हूं। खडूर साहिब से कौन प्रत्याशी होगा, यह फैसला मेरा नहीं बल्कि पार्टी सुप्रीमो सुखबीर सिंह बादल का होगा।