जब तक किसान संगठन ट्रैक और स्टेशन खाली नहीं करते, तब तक ट्रेनों का संचालन संभव नहीं
फिरोजपुर मंडल के डीआरएम राजेश अग्रवाल ने कहा कि किसानों के ट्रैक और स्टेशन पर प्रदर्शन करने के चलते मालगाड़ियों का संचालन उचित नहीं है। उन्होंने बताया कि 24 सितंबर से किसान संगठनों द्वारा आंदोलन शुरू करने की वजह से रेल सेवा बंद पड़ी है।
जालंधर, जेएनएन। ट्रेनों का संचालन अभी नहीं किया जा सकता है, क्योंकि न तो ट्रैक पूरी तरह से खाली हैं और न ही स्टेशन। ऐसी स्थिति में मालगाड़ियां भी नहीं चलाई जा सकती है। फिरोजपुर मंडल के डीआरएम राजेश अग्रवाल ने कहा कि किसानों के ट्रैक और स्टेशन पर प्रदर्शन करने के चलते मालगाड़ियों का संचालन उचित नहीं है।
उन्होंने बताया कि 24 सितंबर से किसान संगठनों द्वारा आंदोलन शुरू करने की वजह से रेल सेवा बंद पड़ी है। किसान संगठनों द्वारा मालगाड़ी रेल सेवा बहाल करने की घोषणा के पश्चात 22 और 23 अक्टूबर को उत्तर रेलवे के फिरोजपुर व अंबाला मंडल ने लगभग 175 मालगाड़ियां चलाई। इन दो दिनों के दौरान पाया गया कि किसान संगठनों द्वारा अनिश्चितता का माहौल था।
मालगाड़ियों के संचालन के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो पा रही थी। जब मालगाड़ी के परिचालन के दौरान कोई पायलट ट्रैक पर किसी को बैठे या ट्रैक के आस-पास भीड़ को देखता है तो गाड़ी का संचालन करना उसके लिए बेहद मुश्किल हो जाता है, क्योंकि उनके जीवन को खतरा होने की संभावना होती है। उन्होंने बताया कि किसान संगठन जंडीयाला में ट्रैक पर तथा मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर बैठे हुए है।
जब तक ट्रैक व स्टेशन खाली न हो जाए, तब तक इनका संचालन संभव नहीं हो सकता है। उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन करने वाले किसान भाईयों और संगठनों से अपील किया है कि वे रेल ट्रैक और स्टेशन को पूर्णतः खाली कर दें ताकि पंजाब की जनता को रेल सेवा प्रदान की जा सके।