नए साल में चंडीगढ़ से सीधे घर पहुंचेगी आरसी व डीएल, ट्रांसपोर्ट विभाग ने बनाई योजना
नई सुविधा के लिए ट्रांसपोर्ट विभाग चंडीगढ़ में आरसी व डीएल की प्रिंटिंग के लिए बड़ा सेटअप लगा रहा है। इसके लिए टेंडर भी जारी हो चुका है।
जालंधर [ मनीष शर्मा]। नए साल से गाडिय़ों के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट व ड्राइविंग लाइसेंस चंडीगढ़ से सीधे घर पहुंचेंगे। इन्हें कुछ अतिरिक्त खर्च लेकर डाक से भेजा जाएगा। आरटीए दफ्तर में लोगों की बढ़ती परेशानी व एजेंटों के मकडज़ाल को खत्म करने के लिए सरकार ने यह योजना बनाई है।
इसके लिए जनवरी के दूसरे हफ्ते की डेडलाइन रखी गई है। इसके लिए ट्रांसपोर्ट विभाग चंडीगढ़ में आरसी व डीएल की प्रिंटिंग के लिए बड़ा सेटअप लगा रहा है। इसके लिए टेंडर भी जारी हो चुका है। अब इस मामले में कंपनी व ट्रांसपोर्ट विभाग के बीच कुछ शर्तों को लेकर चर्चा चल रही है, जिसके बाद इसे शुरू कर दिया जाएगा। इस बारे में आरटीए दफ्तर के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें इस योजना के लिए मौखिक रूप से सूचित करके तैयार रहने के लिए कह दिया गया है।
ऐसे बदल जाएगा काम
अभी ड्राइविंग लाइसेंस व आरसी का आवेदन से लेकर प्रिंटिंग व डिलीवरी आरटीए या लाइसेंसिंग अथॉरिटी के स्तर पर होती है। नई योजना में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट के बाद दस्तावेजों की जांच व ड्राइविंग का टेस्ट आरटीए के ट्रैक पर होगा। टेस्ट में पास होने के बाद आरटीए दफ्तर यहां से अप्रूवल करेगा। जिसके बाद चंडीगढ़ में कंपनी उसका प्रिंट निकाल लेगी। इसी तरह आरसी में कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आरटीए की अप्रूवल मिलते ही चंडीगढ़ में प्रिंट निकलेगा। प्रिंट निकलने के बाद आरसी या डीएल को उसमें दिए पते पर डाक के जरिए भेज दिया जाएगा। इसमें हफ्ते से ज्यादा का वक्त लग सकता है लेकिन अभी इस बारे में दिन तय नहीं हुआ है। यह सुविधा नई आरसी व डीएल के साथ रिन्युअल, रिप्लेसमेंट जैसी सभी सेवाओं के लिए होगी।
लर्निंग व इंटरनेशनल यहीं बनेंगे
इस योजना के बाद भी लर्निंग व इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस आरटीए या एसडीएम के दफ्तर से ही मिलेंगे। चूंकि यह लाइसेंस कागज पर ही प्रिंट होते हैं, इसलिए इनकी प्रिंटिंग को यहीं रखा जाएगा।
दावा - रिश्वतखोरी व एजेंटों पर लगेगी लगाम
ट्रांसपोर्ट अफसरों का दावा है कि इस योजना से रिश्वतखोरी व एजेंटों पर लगाम लगेगी। अभी आरटीए दफ्तर व निजी कंपनी के कर्मचारियों से साठगांठ कर एजेंट पैसे लेकर पहले ही प्रिंट निकलवा लेते हैं। जो लोग सीधे आवेदन करते हैं, उन्हें लंबे समय तक डीएल के लिए इंतजार करना पड़ता है। इसी तरह आरसी में भी कभी आरटीए दफ्तर तो कभी एजेंसी के पास काम अटका रहता है। इससे चंडीगढ़ में स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के स्तर पर भी कामकाज की निगरानी हो सकेगी।
टेंडरिंग शुरू, जल्द पूरी होगी प्रक्रिया : एसटीसी
इस बारे में स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर गुरप्रीत खैहरा ने कहा कि पूरी योजना बनाने के बाद इसके लिए टेंडरिंग प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। हमें उम्मीद है एक महीने के भीतर इसे पूरा कर लिया जाएगा। उसके बाद यह सुविधा जल्द से जल्द शुरू कर दी जाएगी।
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