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कालिया-केडी भंडारी ने प्रदेश प्रधान के दौरे से बनाई दूरी, जानें क्या है नाराजगी का कारण

पंजाब भाजपा प्रधान मलिक की प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोरंजन कालिया, पूर्व विधायक केडी भंडारी,पूर्व मेयर सुनील ज्योति एवं प्रदेश उपाध्यक्ष महेंद्र भगत नजर नहीं आए।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Mon, 21 Jan 2019 10:51 AM (IST)Updated: Mon, 21 Jan 2019 10:51 AM (IST)
कालिया-केडी भंडारी ने प्रदेश प्रधान के दौरे से बनाई दूरी, जानें क्या है नाराजगी का कारण
कालिया-केडी भंडारी ने प्रदेश प्रधान के दौरे से बनाई दूरी, जानें क्या है नाराजगी का कारण

जागरण संवाददाता, जालंधर : रविवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रधान श्वेत मलिक का दौरा भाजपा के अंदरूनी विवाद को शांत करने की बजाय और बढ़ा गया। जिला प्रधान ने मलिक के दौरे की जानकारी ही भाजपाइयों को नहीं दी थी। नतीजतन दिग्गज भाजपाई मलिक की प्रेस कांफ्रेंस से गायब रहे। पर्दे के पीछे का खेल यह था मलिक खुद नहीं चाहते थे कि किशन लाल शर्मा की भाजपा में एंट्री को लेकर हो रहे विवाद को लेकर उनसे कोई सवाल किए जाएं।

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श्वेत मलिक मीडिया के मुखातिब हुए तो  उनके साथ जिला प्रधान रमन पब्बी और प्रदेश महामंत्री राकेश राठौर ही थे। पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोरंजन कालिया, दो बार सीपीएस रह चुके कृष्ण देव भंडारी, जालंधर के पूर्व मेयर सुनील ज्योति एवं प्रदेश उपाध्यक्ष महेंद्र भगत कहीं नजर नहीं आए। मनोरंजन कालिया और केडी भंडारी ने ही किशन लाल शर्मा को वापस भाजपा में लाए जाने को लेकर कड़ा एतराज जताया था। इसे पार्टी नीतियों के खिलाफ बताया था हालांकि एतराज के बावजूद प्रदेशाध्यक्ष श्वेत मलिक ने किशन लाल शर्मा की वापसी को पार्टी का अंदरूनी मसला बताते हुए इस मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की।

इस बारे में मनोरंजन कालिया केडी भंडारी और सुनील ज्योति ने एक ही बात कही कि उन्हें श्वेत मलिक के जालंधर दौरे एवं मीडिया के साथ रखी गई मुलाकात के बारे में सूचित ही नहीं किया गया। उनके पास प्रदेशाध्यक्ष के आगमन की कोई सूचना नहीं थी, इस कारण वह वहां उपस्थित नहीं थे। मनोरंजन कालिया, केडी भंडारी और सुनील ज्योति ने कहा कि इससे पूर्व प्रदेशाध्यक्ष के आगमन के बारे में जिला प्रधान या उनकी टीम की तरफ से उन्हें सूचित किया जाता था। ऐसा रविवार को नहीं किया गया।

केडी भंडारी ने यह भी स्पष्ट किया कि महेंद्र भगत के पास में प्रदेशाध्यक्ष के आगमन को लेकर कोई जानकारी नहीं थी। वहीं, जिला प्रधान रमन पब्बी ने कहा कि कालिया भंडारी या ज्योति की बात छोड़िए मीडिया से प्रदेश अध्यक्ष की हुई मुलाकात के दौरान जालंधर के अन्य किसी भी पदाधिकारी को नहीं बुलाया गया था। प्रदेशाध्यक्ष ने राजनाथ सिंह के अमृतसर दौरे के बारे में सूचना देनी थी और वह मात्र यही सूचना देकर वापस लौट गए। उन्होंने कहा कि उनकी अपनी टीम से ही मात्र उनके दो महासचिव भी उनके साथ थे। इस कारण इस बात का कोई औचित्य ही नहीं बनता है कि कालिया, भंडारी, ज्योति अथवा महेंद्र भगत को वहां क्यों नहीं बुलाया गया।

बड़ा सवालः किसके इशारों पर चल रहे हैं मलिक

मलिक जालंधर की सियासत को लेकर किसके इशारे पर चल रहे हैं रविवार को यह बड़ा सवाल भाजपाई में चर्चा का विषय रहा। मलिक ने किशन लाल शर्मा की एंट्री के बारे में पूछे जाने पर स्पष्ट कहा कि वह किशन लाल के तर्कों से सहमत नहीं हैं, लेकिन सुबह का भूला शाम को घर आ जाए तो उसका स्वागत करना चाहिए। उन्होंने चुनाव में भाजपा के खिलाफ जो दुष्प्रचार किया वह उससे एकदम सहमत नहीं हैं। भाजपा में इस बात की चर्चा हो रही है कि आखिर मलिक की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह केवल एक नेता को खुश करने के लिए जालंधर की पूरी भाजपा को किनारे करने पर तुले हुए हैं। वह किसके इशारों पर चल रहे हैं।


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