इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट पर मंडराने लगा गुरु गो¨बद सिंह स्टेडियम की सी¨लग का खतरा
इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के खाली खजाने के कारण शहर के एकमात्र गुरु गो¨बद ¨सह स्टेडियम के कर्जे की किश्त अदा न किए जाने के कारण सी¨लग का खतरा मंडराने लगा है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के खाली खजाने के कारण शहर के एकमात्र गुरु गो¨बद ¨सह स्टेडियम के कर्जे की किश्त अदा न किए जाने के कारण सी¨लग का खतरा मंडराने लगा है। महीने की मोहलत बीत जाने के बावजूद ट्रस्ट ने बैंक को सिर्फ 1.30 करोड़ रुपये का ही भुगतान किया है, जबकि बैंक ने स्टेडियम की सी¨लग से राहत देने के लिए 2.50 करोड़ रुपये की रकम जमा करवाने की चेतावनी दी हुई है। ट्रस्ट के अधिकारी फंड इकट्ठा करने के लिए हाथ-पांव मारने के साथ-साथ बैंक अधिकारियों से भी तालमेल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। दूसरी तरफ बैंक के प्रबंधक जिला प्रशासन से सुरक्षा मांग रहे हैं ताकि स्टेडियम सी¨लग के दिए गए नोटिस अनुसार स्टेडियम को सील करके अपना कब्जा ले सके। यहीं बस नहीं, ट्रस्ट ने सूर्या एन्कलेव एक्सटेंशन स्कीम के लिए पीएनबी से 175 करोड़ का जो कर्ज लिया था, उसमें से 65 करोड़ का ही भुगतान किया, जबकि 110 करोड़ अभी भी बकाया खड़ा है। ट्रस्ट ने बीते दो साल में बैंक को किश्त व ब्याज का समय पर भुगतान नहीं किया, जिसको लेकर 3 महीने पहले बैंक ने ट्रस्ट को डिफाल्टर घोषित कर स्टेडियम को सील करने का नोटिस जारी किया था। बीती 13 जुलाई को बैंक ने स्टेडियम को सील कराना था लेकिन उस समय के ट्रस्ट के ईओ राजेश चौधरी ने स्टेडियम में आजादी दिवस के प्रोग्राम का हवाला देकर 2 करोड़ रुपये की रकम जमा करवाने का भरोसा दिया था। जिस पर बैंक ने 15 अगस्त तक स्टेडियम सील न करने की मोहलत दे दी थी। लेकिन ट्रस्ट ने 1.30 करोड़ रुपये की रकम ही जमा करवाई थी। अब जबकि अढ़ाई करोड़ की रकम जमा नहीं हो सकी, पर बैंक दोबारा स्टेडियम को सील करने की बात कहकर ट्रस्ट की परेशानी बढ़ा रहा है।
जल्द ही रकम जमा करवाई जाएगी : ईओ
ट्रस्ट के ईओ सु¨रदर कुमार का कहना है कि बैंक अधिकारियों से तालमेल जारी है, जल्द ही बैंक के कर्जे की किश्त का भुगतान किया जाएगा। कितनी रकम जमा करवाई जाएगी, फिलहाल इस बात से इंकार कर दिया। सुविधा सेंटर के गेट को लगा ताला : इम्प्रूवमेंट
ट्रस्ट की कारगुजारी में तबदीली करते हुए ईओ ने ट्रस्ट के सुविधा सेंटर के दाखिला गेट पर ताला लगवा दिया है। अब लोगों को दफ्तर के अंदर होकर सुविधा केंद्र में जाने के लिए रास्ता खोला गया है। इससे प्रॉपर्टी कारोबारियों व एजेंटों को अंदरखाते ही सारे काम करवाने का नया रास्ता मिल गया है, लेकिन इससे सुविधा सेंटर के रूप में किए गए सारे प्रबंध प्रभावित होकर रह गए हैं।