डीएवी कालेज जालंधर की तनिष्का आनंद अंतराष्ट्रीय हाल्ट पुरस्कार के लिए करेगी पंजाब का नेतृत्व
तनिष्का क्लिंटन फाउंडेशन द्वारा मान्यता प्राप्त हाल्ट पुरस्कार के लिए प्रथम चरण पास करके राष्ट्रीय स्तर के अगले दौर में गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की अंबेसडर के तौर पर शामिल होंगी। वो पंजाब से चयनित होने वाली एकमात्र विद्यार्थी हैं।
जालंधर, जेएनएन। डीएवी कालेज जालंधर की बीकाम फाइनेंसियल सर्विसेज की द्वितीय वर्ष की छात्रा तनिष्का आनंद संयुक्त राष्ट्र और क्लिंटन फाउंडेशन द्वारा समर्थन प्राप्त हाल्ट पुरस्कार के लिए प्रथम चरण पास करके राष्ट्रीय स्तर के अगले दौर में गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की अंबेसडर के तौर पर शामिल होंगी। वो पंजाब से चयनित होने वाली एकमात्र विद्यार्थी हैं।
इस मौके पर प्रिंसिपल डा. एसके अरोड़ा ने खुशी जाहिर करते हुए तनिष्का आनंद को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए अत्यंत गर्व की बात है कि हमारे कालेज की एक छात्रा हाल्ट पुरस्कार जैसे अंतराष्ट्रीय पुरस्कार के लिए विश्व के सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागियों से प्रतियोगिता करेगी। उन्होंने तनिष्का आनन्द को आगे की प्रतियोगिता के लिए शुभकामनाएं दी।
कामर्स विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजीव शर्मा ने बताया कि हाल्ट पुरस्कार प्रतियोगिता सालभर चलने वाली एक वार्षिक प्रतियोगिता है, जिसमें एमबीए और कालेजों के विद्यार्थी हिस्सा लेते हैं। इसमें विद्यार्थियों को खाद्य सुरक्षा, जल पहुंच, ऊर्जा और शिक्षा जैसे सामाजिक दबाव वाले मुद्दे दिए जाते हैं, जिनको उन्हें हल करना होता है। उन्होंने कहा कि ऐसी मुश्किल अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयनित होना अपने आप में बहुत बड़ी बात है और तनिष्का ने अपनी कड़ी मेहनत से इसे हासिल किया है। हम सभी उसे प्रतियोगिता के लिए शुभकामनाएं देते हैं।
डीन स्टूडेंट वेलफेयर कौंसिल प्रो. एकजोत कौर ने बताया कि तनिष्का कालेज की स्टूडेंट वेलफेयर कौंसिल की कन्वीनर भी है। वो सदैव हर कार्य में अग्रणी रहती है और हमें गर्व है कि वो हाल्ट पुरस्कार जैसी अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चुनी गई है। उनकी इस उपलब्धि पर संपूर्ण स्टूडेंट वेलफेयर कौंसिल गर्व महसूस कर रहा है व हम उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।
इस मौके पर तनिष्का आनंद ने कहा कि वो बहुत उत्साहित महसूस कर रही है कि इस अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए वो गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की तरफ से जा रही हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व अपने प्रोफेसरों को दिया, जिन्होंने उस पर सदैव मेहनत की। उन्होंने कहा कि वो पूरी कोशिश करेंगी कि वो इस प्रतियोगिता को जीत कर अपने कालेज व देश का नाम रोशन करे।