सुविधा सेंटर की फाइलों में दबा सैकड़ों विद्यार्थियों का भविष्य
सुविधा केन्द्रों की लापरवाही से पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने की तैयारी कर रहे सैकड़ों विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लग गया है। पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर है, उधर सुविधा सेंटर में लगभग दो हजार से ज्यादा आय प्रमाण पत्र बनबाने वाले लोगों के फार्मों के ढेर पड़े हैं।
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-पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के लिए आय प्रमाण पत्र बनवाने वालों का लगा तांता
-15 अक्टूबर है अंतिम तिथि, 2000 से ज्यादा आवेदन लंबित, 500 फार्म आज भेजे तहसीलदार के पास
-दो दिन में प्रमाण पत्र बनाने के हैं निर्देश, सुविधा सेंटर नहीं दे पा रहा एक-एक महीने पुराने सत्येन ओझा, जालंधर
सुविधा केंद्रों की लापरवाही से पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने की तैयारी कर रहे सैकड़ों विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लग गया है। पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर है, उधर सुविधा सेंटर में लगभग दो हजार से ज्यादा आय प्रमाण पत्र बनवाने वाले लोगों के फार्मों के ढेर पड़े हैं। सूरत-ए-हाल
जिले में इस समय 33 सुविधा सेंटर चल रहे हैं। जिनमें टाइप-1 जिला प्रबंधकीय कॉम्पलेक्स में है। टाइप-बी के 8 सेंटर हैं, जिनमें से 6 की बिजली कटी है वहां कामकाज लगभग ठप है। हालांकि कंपनी के रिकार्ड में जिन छह सेंटरों मॉडल टाउन, पिम्स, खुरला ¨कगरा, बस्ती मिट्टू, खुर्मपुर, कोट सदीक की बिजली का कनेक्शन कटा है, सुविधा सेंटर को संचालित करने वाली निजी कंपनी के रिकार्ड में ये छह सेंटर डीजल इंजिन से चल रहे हैं, केवल रुड़का कलां व बिलगा के सुविधा सेंटर में ही काम हो पा रहा है। जबकि हकीकत ये है कि डीजल इंजन में डीजल तभी डलता है जब कोई अधिकारी चे¨कग के लिए आते हैं। टाइप-3 सेंटरों में आय प्रमाण पत्र नहीं बन रहे हैं, ऐसे में आय प्रमाण पत्र बनवाने वालों की पूरे जिले की भीड़ जिला प्रबंधकीय कॉम्पलेक्स स्थित टाइप-1 सुविधा सेंटर में उमड़ रही है। सरकार के साथ हुए नए अनुबंध के बाद सेंटर में ज्यादातर नया व अनट्रेंड स्टाफ काम कर रहा है, जिसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ये है सच
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सुविधा सेंटर के जिला प्रबंधक की ओर से 3 अक्टूबर से लेकर अब तक आए लगभग 500 से ज्यादा आय प्रमाण पत्र के फार्म तहसीलदार व नायब तहसीलदार के पास सोमवार सुबह भेजे हैं। डीसी व¨रदर शर्मा की सख्ती के चलते तहसीलदार-1 किरणदीप ¨सह भुल्लर व उनका पूरा स्टाफ एवं नायब तहसीलदार अन्य कामकाज को छोड़ पूरे दिन इन फाइलों को निपटाने में लगे रहे, ताकि समय पर विद्यार्थियों को आय प्रमाण पत्र मिल सकें। तहसीलदार भुल्लर का कहना है कि सुविधा सेंटर समय पर फार्म भेजती रहे तो फाइलों का ढेर न लगता, तहसील में फार्म एक दिन भी पें¨डग नहीं रखे जाते हैं, लेकिन सुविधा सेंटर संचालक ही अपने पास कई-कई दिन फार्म रखकर बैठे रहते हैं। केस.1
मॉडल टाउन निवासी सुरजीत कौर ने अपनी बेटी के पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप फार्म के लिए आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए 7 अगस्त को आवेदन किया था, 31 अगस्त को उन्हें प्रमाण पत्र ले जाने के लिए बुलाया गया था, तब से लेकर अब तक वे कई चक्कर लगा चुकी हैं, लेकिन सोमवार को भी उन्हें आय प्रमाण पत्र नहीं मिल सका। केस.2
अर्बन एस्टेट निवासी सतीश कुमार ने अपने बेटे राहुल के पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के आवेदन के लिए आय प्रमाण पत्र 4 अक्टूबर को किया था, उन्हें 21 अक्टूबर को प्रमाण पत्र बनाकर देने के लिए कहा था, लेकिन 15 अक्टूबर अंतिम तिथि होने के कारण डीसी ने दो दिन में प्रमाण पत्र बनाकर देने के निर्देश दिए हैं, जिसके आधार पर वे पहुंचे तो उन्हें प्रमाण पत्र देने में टालमटोल की जा रही है। कोट्स
आय प्रमाण पत्र न बनने के कारण किसी भी विद्यार्थी को पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप से वंचित नहीं करने दिया जाएगा। सुविधा सेंटर संचालित करने वाली कंपनी को दो दिन के अंदर सभी प्रमाण पत्र बनाने के लिखित निर्देश दिए गए हैं, एक भी विद्यार्थी का फार्म नहीं रहने दिया जाएगा। अगर इस मामले में किसी भी स्तर पर लापरवाई सामने आई तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। दो दिन छुट्टी पर हूं, बुधवार को मैं खुद इसकी समीक्षा करूंगा।
-व¨रदर कुमार शर्मा, डिप्टी कमिश्नर
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