रविवार रात हुई बरसात से जालंधर के वरियाणा डंप पर हालात बिगड़े, कूड़े की लिफ्टिंग अटकी
जालंधर में रविवार को हुई बरसात के कारण डंप पर जाने का रास्ता काफी खराब हो गया है और गाड़ियों की एंट्री बड़ी मुश्किल से हो पा रही है। एक-एक गाड़ी को दो-दो घंटे कूड़ा फेंकने में लग रहे हैं।
जालंधर, जेएनएन। रविवार दोपहर बाद से जारी बरसात के कारण वरियाणा डंप पर दलदल जैसे हालात बन गए हैं। इस कारण कूड़ा लिफ्टिंग प्रभावित हो रही है। बरसात के कारण डंप पर जाने का रास्ता काफी खराब हो गया है और गाड़ियों की एंट्री बड़ी मुश्किल से हो पा रही है। शहर के डंप पहले ही कूड़े से भरे पड़े हैं। बरसात के कारण अगर लिफ्टिंग ठीक से नहीं हुई तो लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
नहीं हो पा रही पानी की निकासी
वरियाणा डंप पर सड़क बनाने और कूड़े से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी के लिए डरेन बनाने का टेंडर पास हो चुका है लेकिन अभी काम शुरू होने में समय लगेगा। इससे पहले भी कई बार डंप तक पहुंच मार्ग खराब होने के कारण कूड़ा लिफ्टिंग प्रभावित होती रही है। दीवाली के कारण शहर में कूड़ा भी डबल निकला है और करीब 1000 टन कूड़ा रविवार तक शहर के मेन सड़कों पर बने डंप पर आ गया था। सोमवार को भी कूड़ा आना जारी है।
डंपों पर जमा हुआ कूड़ा
नकोदर चौक, प्रताप बाग, प्लाजा चौक, टीवी सेंटर के सामने, फुटबॉल चौक डंप बुरी तरह कूड़े से अटे पड़े हैं। जब वरियाणा डंप पर बरसाती पानी भर जाता है तो वहां पर भी कूड़ा फेंकने वाली गाड़ियों की लंबी लाइन लग जाती है। एक-एक गाड़ी को कूड़ा फेंकने के लिए 2- 2 घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। बता दें कि जालंधर में कूड़ा फेंकने के लिए एक मात्र वरियाणा डंप ही है। कुछ वर्ष पहले सरकार ने जमशेर खास में एक और डंप खोलने का प्रयास किया था। लोगों और विधायक परगट सिंह के विरोध के कारण इस योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। उसके बाद से डंप के लिए नई जगह का चुनाव नहीं किया जा सका है।