कुत्ते की मौत के मामले में दो डाक्टरों को समन, जांच अधिकारी के पास पेशी आज
नगर निगम के डाग कंपाउंड प्रोजेक्ट पर काम कर रही एनिमल बर्थ कंट्रोल सोसायटी के डाक्टरों को निगम अधिकारी ने वीरवार को पेश होने के लिए समन जारी कर दिए हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर
नगर निगम के डाग कंपाउंड प्रोजेक्ट पर काम कर रही एनिमल बर्थ कंट्रोल सोसायटी के डाक्टरों को निगम अधिकारी ने वीरवार को पेश होने के लिए समन जारी कर दिए हैं। डा. सिमरनजीत सिंह और डा. मोहिदर वीरवार को सुबह 11 बजे जांच अधिकारी ज्वाइंट कमिश्नर अमित सरीन के समक्ष पेश होकर स्ट्रे डाग की मौत को लेकर आई शिकायत पर बयान दर्ज करवाएंगे।
पेशी अफसर सुपरिटेंडेंट हरजोत सिंह ने बताया कि समन में लिखा है कि यह शिकायत मिली है कि डाग कंपाउंड में आपरेशन के दौरान कई कुत्तों की मौत हो चुकी है। कंपाउंड में कुत्तों को रखने का इंतजाम भी ठीक नहीं है, इसलिए वीरवार को जांच अधिकारी के सामने पेश होकर लिखित में बयान दर्ज करवाएं। इस मामले में किला मोहल्ला की डाग लवर मोनिका ने शिकायत दी थी कि उनकी गली के एक कुत्ते को डाक्टरों ने जानबूझ कर मारा है। उनकी गली के एक कुत्ते को डाग कैचर की टीम नंगल शामां के डाग कंपाउंड में ले गई थी, लेकिन वह वापस नहीं आया। उन्होंने डाक्टरों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी थी। आरोप है कि इसी वजह से डाक्टरों ने खुंदक निकालने के लिए उनकी एक फीमेल डाग को मार दिया। इसी शिकायत को लेकर ज्वाइंट कमिश्नर ने डाक्टरों के खिलाफ जांच शुरू की है। पेशी अफसर ने बताया कि शिकायतकर्ता मोनिका को भी इसकी सूचना दे दी है और वह भी वीरवार को सुबह 11 बजे मौजूद रहेंगी। जांच अधिकारी पहले ही कह चुके हैं कि अगर जांच में यह बात साबित होता है कि कुत्ते के मरने का कारण डाक्टर हैं तो उनके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज करवाया जाएगा। शिकायतकर्ता से जांच अधिकारी लेंगे सुबूत
वीरवार को जांच अधिकारी अमित सरीन डाक्टरों के बयान दर्ज करने के साथ ही शिकायतकर्ता के आधिकारिक बयान भी दर्ज करेंगे। वह शिकायतकर्ता मोनिका से डाग कंपाउंड में गड़बड़ी और डाग की मौत के मामले से जुड़े सुबूत भी लेंगे। इस मामले में जांच अधिकारी ने डाग के आपरेशनों की वीडियोग्राफी का रिकार्ड भी मांगा है। हालांकि डाक्टरों ने कांट्रैक्ट की शर्तो के मुताबिक आपरेशन के दौरान वीडियो रिकार्ड नहीं रखा है। इसी वजह से ज्वाइंट कमिश्नर ने डाक्टरों का करीब 42 लाख रुपये का भुगतान रोकने के लिए लिए कमिश्नर को सिफारिश भी की है। नगर निगम इस प्रोजेक्ट को रद भी कर सकता है। ज्वाइंट कमिश्नर एक बार पहले भी जारी कर चुके हैं नोटिस
ज्वाइंट कमिश्नर अमित सरीन एनिमल बर्थ कंट्रोल सोसायटी के कामकाज को लेकर पहले भी असंतोष जता चुके हैं। सात महीने पहले उन्होंने शिकायत आने पर शहर के कई इलाकों में जांच की थी और जितनी गिनती में कुत्तों के आपरेशन हुए हैं, उतने कुत्तों की टैगिग नहीं की गई है। इसे लेकर सात महीने पहले भी डाक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। छह महीने बाद डाग कंपाउंड का चार्ज मिलने के बाद ज्वाइंट कमिश्नर ने दोबारा कंपाउंड का दौरा किया था और वहां पर फैली अव्यवस्था पर नाराजगी जताई थी। कंपाउंड में कुत्तों को रखने और खाने के लिए अच्छे इंतजाम नहीं किए हैं। कुत्तों को ठंडे फर्श पर ही रखा जा रहा है।