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भाजपा से फिर गठबंधन की संभावनाओं पर बोले सुखबीर बादल, हमारा कोई बैक गियर नहीं

भाजपा से दोबारा गठबंधन के संभावनाओं को अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने पूरी तरह से नकार दिया। कहा कि उनका कोई बैक गियर नहीं है। उन्होंने कृषि विधेयकों के खिलाफ विपक्ष को एकजुट होने की सलाह दी।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 01:18 PM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 05:23 PM (IST)
भाजपा से फिर गठबंधन की संभावनाओं पर बोले सुखबीर बादल, हमारा कोई बैक गियर नहीं
गुरदासपुर में पत्रकारों से बातचीत करते सुखबीर बादल। जागरण

जेएनएन, गुरदासपुर। केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि विधेयकों के खिलाफ शिअद ने पूरी तरह से मोर्चा खोल दिया है। भाजपा गठबंधन से अलग होने के बाद सोमवार को पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल गुरदासपुर पहुंचे। उन्होंने कहा कि वह किसानों के लिए संघर्ष करेंगे। भाजपा से पुनः गठबंधन की संभावनाओं पर सुखबीर ने कहा, ''हमारा कोई बैक गियर नहीं है।'' यानी अब गठबंधन की कोई संभावना नहीं है।

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सुखबीर ने कहा कि कृषि विधेयकों को पारित कर केंद्र सरकार ने किसानों से धक्केशाही की है। किसानों व दलों से इस संबंध में कोई मशविरा नहीं किया गया। शिअद प्रधान ने भाजपा गठबंधन से अलग हुए दलों शिव सेना, तृणमूल कांग्रेस को एक मंच पर आने की सलाह दी। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को किसानों के मुद्दे पर विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।

इससे पूर्व, गत दिवस भी सुखबीर ने कहा था कि केंद्र सरकार की ओर से पारित कृषि विधेयकों के खिलाफ विपक्ष को एक मंच पर आना होगा, क्योंकि राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर इन विधेयकों का विनाशकारी प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि देश के किसानों को बचाने के लिए सभी विपक्षी दलों को एकजुट होकर लड़ाई लड़नी चाहिए। उन्होंने शिव सेना और तृणमूल कांग्रेस को एक मंच पर आने का आह्वान भी किया।

भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के साथ नाता तोड़ने का एलान कर चुके सुखबीर सिंह बादल ने गत दिवस रोपड़, होशियारपुर और फगवाड़ा में कार्यकर्ताओं की बैठक के दौरान कहा कि अकाली दल राजग का सबसे पुराना सहयोगी था, परंतु राजग में हमारी बात नहीं सुनी गई। उन्होंने कहा कि किसानों की आíथक दुर्दशा पूरी तरह से अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकती है।

सुखबीर ने कहा कि कृषि विधेयकों की तरह वह सबकुछ जो किसानों में संदेह या अनिश्चितता का माहौल पैदा करता है, उसके खिलाफ अकाली दल की लड़ाई जारी रहेगी। बादल ने सभी विपक्षी राजनीतिक दलों और संगठनों से आह्वान किया है कि वह देश में किसानों, आढ़तियों और खेत मजदूरों के हित में एकजुट होकर लड़ाई लड़ें। उल्लेखनीय है कि शनिवार को अकाली दल की कोर कमेटी की बैठक के बाद सुखबीर बादल ने राजग और भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने का एलान कर दिया था।

25 साल में बड़े बादल ने पहली बार पीठ थपथपाई

होशियारपुर में सुखबीर बादल ने कहा कि मुझे पार्टी से जुड़े 25 साल हो गए हैं, लेकिन आज तक कभी बड़े बादल (पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल) ने मेरी पीठ नहीं थपथपाई। कृषि विधेयक के विरोध में हरसिमरत बादल के दिए इस्तीफे के बाद पहली बार उन्होंने मुझे शाबाशी दी। उन्होंने मुझसे कहा कि अकाली दल असूलों की लड़ाई लड़ा है और तुम (सुखबीर) इन असूलों पर खरे उतरे हो।


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