पुनीत की आधुनिक सोच से शीर्ष पर पहुंची रामप्रकाश चोपड़ा एंड संस
पिता विजय कुमार चोपड़ा बीते 23 वर्ष से परंपरागत जीआइ पाइप्स की ट्रेडिग का व्यवसाय चला रहे थे। पंजाब के भीतर रामप्रकाश चोपड़ा एंड संस की पहुंच थी और जीआइ पाइप के डिस्ट्रीब्यूशन में ही फर्म पहचान रखती थी।
मनुपाल शर्मा, जालंधर
पिता विजय कुमार चोपड़ा बीते 23 वर्ष से परंपरागत जीआइ पाइप्स की ट्रेडिग का व्यवसाय चला रहे थे। पंजाब के भीतर रामप्रकाश चोपड़ा एंड संस की पहुंच थी और जीआइ पाइप के डिस्ट्रीब्यूशन में ही फर्म पहचान रखती थी। इन्हीं 23 वर्षों की अवधि के दौरान पुनीत चोपड़ा शिक्षा ग्रहण कर रहे थे और साथ ही रामप्रकाश चोपड़ा एंड संस को एक नए मुकाम पर पहुंचाने का सपना संजो रहे थे। जालंधर के गुजराल नगर इलाके में रह रहे चोपड़ा परिवार का बेटा पुनीत चोपड़ा व्यवसाय को एक नई मंजिल तक पहुंचाने में सफल रहा है और कइयों के लिए प्रेरणास्त्रोत भी बना है। लंदन से की इंटरनेशनल मैनेजमेंट में एमबीए, संभाला व्यवसाय
बिजनेस में एंट्री करवाने से पहले विजय कुमार चोपड़ा ने बेटे पुनीत चोपड़ा को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए लंदन भेजा। पुनीत चोपड़ा ने वहां से इंटरनेशनल मैनेजमेंट में एमबीए किया, लेकिन अपने परिवारिक व्यवसाय को ही संभालने को तरजीह दी। एमबीए से जाना जरूरत मुताबिक व्यवसाय में बदलाव का फार्मूला
इंटरनेशनल मैनेजमेंट की शिक्षा ग्रहण करने के दौरान पुनीत ने यह अच्छी तरह से समझ लिया था कि मार्केट की जरूरत के मुताबिक ही व्यवसाय में लगातार बदलाव करते रहना आवश्यक है। लेकिन बदलाव भी आंखें बंद कर नहीं किया जा सकता, बल्कि उसके लिए मार्केट की पूरी नॉलेज रखना भी बेहद जरूरी है। जीआइ पाइप्स से बढ़ाया पीवीसी की तरफ कदम
वर्ष 2003 में व्यवसाय में प्रवेश करने के बाद वर्ष 2005 तक आते-आते पुनीत समझ चुके थे कि मार्केट में अब जीआइ पाइप्स की बजाय पीवीसी का दौर आ चुका है। इसी सोच पर चलते हुए उन्होंने पूरी प्लानिग के साथ 2007 में पीवीसी पाइप्स की डिस्ट्रीब्यूशन एक ब्रांडेड कंपनी से प्राप्त कर ली। पाइप के अलावा फिटिग्स में किया प्रवेश
शुरुआती दौर में राम प्रकाश चोपड़ा एंड संस मात्र मात्र पाइप्स में ही डील करती थी, लेकिन पुनीत ने मार्केट ट्रेंड को समझते हुए पाइप फिटिग्स में भी हाथ आजमाने की सोची और पाइप फिटिग्स के ट्रेडिग भी शुरू की।यह एक नया अनुभव था, लेकिन मार्केट की जरूरत के मुताबिक पाइप्स फिटिग्स एक ही जगह से उपलब्ध होने लगी। पुनीत ने बदलाव की डगर को छोड़ा नहीं और पीवीसी की आधुनिक सीपीवीसी की श्रेणी में भी प्रवेश किया। पंजाब से निकल राष्ट्रीय राजधानी तक शुरू करवाई सप्लाई
पुनीत बिजनेस में नए अनुभव प्राप्त कर रहे थे और साथ ही साथ बिजनेस को एक्सपेंड भी कर रहे थे। एक्सपेंशन के तहत ही उन्होंने अपनी पहुंच पंजाब से बाहर निकलते हुए दिल्ली तक बना ली। इसे उपलब्धि ही कहा जा सकता है कि दिल्ली की बड़ी फर्मों को कड़ी टक्कर देते पुनीत अपनी फर्म की सप्लाई करवा रहे हैं। मिला नॉर्थ इंडिया का लार्जेस्ट सेलिग अवॉर्ड
पुनीत की आधुनिक सोच, बाजार की जरूरतों के मुताबिक सप्लाई और निरंतर एक्सपेंशन में जुटे रहने वाले पुनीत को उनकी मेहनत का फल भी मिला। उन्हें नॉर्थ इंडिया का लार्जेस्ट सेलिग अवॉर्ड भी मिला। पुनीत बताते हैं कि काम बढ़ रहा है तो अब वह 40,000 स्क्वेअर फुट की नई लोकेशन पर मूव कर रहे हैं, ताकि कस्टमर्स को बेहतर एवं आधुनिक तरीके से सप्लाई मुहैया करवा सके।