विद्यार्थी अब हिदी, पंजाबी, अंग्रेजी ही नहीं 22 भाषाओं का रुचिनुसार लेंगे ज्ञान
अब विद्यार्थी पंजाबी अंग्रेजी हिदी सहित संविधान में दर्ज 22 की भाषाओं का ज्ञान रुचि के अनुसार लेंगे।
अंकित शर्मा, जालंधर
अब विद्यार्थी पंजाबी, अंग्रेजी, हिदी सहित संविधान में दर्ज 22 की भाषाओं का ज्ञान रुचि अनुसार ले सकेंगे। शिक्षक भी इसमें विद्यार्थियों की रुचि बढ़ाने के लिए विभिन्न तरह की गतिविधियां करवाएंगे। विद्यार्थियों को रोजाना किसी भी भाषा का एक-एक वाक्य सिखाया जाएगा। वाक्य विद्यार्थियों की समझ में आए, उसके लिए उसका हिदी, अंग्रेजी व पंजाबी में भी अनुवाद लिखा जाएगा। भाषा की विविधता को समझाने के लिए यह पहल बेहद कारगर होगी। यह प्रोग्राम सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्कूलों में शिक्षा विभाग की तरफ से संचालित किया जाएगा। शिक्षा विभाग की तरफ से इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए शिक्षकों को आदेश दे दिए गए हैं।
शिक्षा मंत्रालय ने एक नवंबर-2021 को 100 वाक्यों की एक पुस्तक और भाषा संगम मोबाइल एप्लीकेशन लांच की थी। यह भाषा संगम किताब नेशनल एजुकेशन पालिसी के अनुसार तैयार की गई है। इसमें 22 भारतीय भाषाओं को दर्शाया गया है। इस एप्लीकेशन की मदद से विद्यार्थी दूसरी भाषाओं के वाक्यों की आडियो-वीडियो सुनकर अपनी दिलचस्पी बढ़ा सकते हैं। भाषाओं का ज्ञान लेने के लिए विद्यार्थी व शिक्षक डायरेक्ट लिक द्धह्लह्लश्चह्य://ठ्ठष्द्गह्मह्ल.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ/ढ्डह्य-2021.श्चद्धश्च का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। भाषा माहिरों को स्कूलों में किया जाएगा आमंत्रित
इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए भाषा माहिरों को स्कूलों में आमंत्रित किया जाएगा। फिर चाहे वो कोई विद्यार्थी, अध्यापक, अध्यापिका, अफसर ही क्यूं न हो। अगर किसी विद्यार्थी के अभिभावक, सरकारी कर्मचारी या कोई व्यक्ति विशेष भाषाओं का ज्ञान रखता है तो उन्हें भी स्कूल में आमंत्रित किया जाएगा, जो विद्यार्थियों को वाक्यों के जरिये भाषा ज्ञान बढ़ाने में सहायक बन सकते हैं। स्कूलों में इस तरह करवाई जा सकती हैं गतिविधियां
- विद्यार्थियों को रोजाना दूसरी भाषा के एक वाक्य का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
- विद्यार्थियों को प्रार्थना सभा में वाक्यों का अभ्यास करवाया जाएगा।
- विद्यार्थियों को इन वाक्यों का पोस्टर तैयार करवाकर विद्यालय में लगाने को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- भाषाओं का ज्ञान दिलाने के लिए लोक गीत, कविताओं के जरिये भी विद्यार्थियों में उत्साह पैदा किया जा सकता है।