फिजियोथेरेपी कोर्स की तरफ बढ़ने लगा विद्यार्थियों का रुझान, अस्पतालों में मिल रही प्लेसमेंट
सेंट सोल्जर ग्रुप के चेयरमैन अनिल चोपड़ा ने कहा कि फिजियोथेरेपी कोर्स के साथ-साथ लोगों के इलाज के लिए भिन्न-भिन्न जगहों पर फिजियोथेरेपी कैंप भी लगाए जाते हैं। इसमें विद्यार्थी लोगों को कसरत करवा उनका इलाज करते हैं और इसके फायदों के बारे में बताते हैं।
जालंधर, जेएनएन। खाने-पीने की चीजों में हो रही मिलावट की वजह से तरह-तरह की बीमारियां हो रही है। लोग दवाइयों के बजाय फिजियोथेरेपी का अपना रहे हैं। यही कारण है कि विद्यार्थियों का भी रुझान अब फिजियोथेरेपी कोर्स में करियर बनाने की तरफ बढ़ने लगा है। सेंट सोल्जर ग्रुप के चेयरमैन अनिल चोपड़ा और वाइस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा कहते हैं कि फिजियोथेरेपी में बेहतर करियर की संभावनाएं बनने से ही विद्यार्थियों का रुझान बड़ी तेजी से बढ़ने लगा है।
सेंट सोल्जर डिग्री कालेज, सेंट सोल्जर मुख्य कैंपस में बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी की डिग्री करवाई जाती है। वे कहते हैं कि फिजियोथेरेपी कोर्स के साथ साथ लोगों के इलाज के लिए भिन्न-भिन्न जगहों पर फिजियोथेरेपी कैंप भी लगाए जाते हैं। इसमें विद्यार्थी लोगों को कसरत करवा उनका इलाज करते हैं और इसके फायदों के बारे में बताते हैं। कोर्स के पूरा होने पर विद्यार्थियों की नामी अस्पतालों में प्लेसमेंट भी हो रही है। इसके अतिरिक्त आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी विद्यार्थियों के लिए मास्टर राजकंवर चोपड़ा स्कालरशिप स्कीम भी है। कालेज डायरेक्टर प्रो. वीणा दादा ने बताया कि इस कोर्स के लिए दाखिले शुरू हो चुके हैं।
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