जालंधर एपीजे स्कूल के विद्यार्थी यूके के नीदरसील स्कूल के विद्यार्थियों से हुए रूबरू, शिक्षा प्रणाली को लेकर की चर्चा
जालंधर में एपीजे स्कूल माडल टाउन के विद्यार्थियों ने नीदरसील सेंट पीटर्स स्कूल डर्बीशायर यूके के विद्यार्थियों के साथ इंट्रेक्शन की। इन दोनों स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए यह एक पहला और आनलाइन रूबरू होने का रोमांचक समय था।
जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर में एपीजे स्कूल माडल टाउन के विद्यार्थियों ने नीदरसील सेंट पीटर्स स्कूल डर्बीशायर यूके के विद्यार्थियों के साथ इंट्रेक्शन की। इस दौरान दोनों देशों के विद्यार्थी एक-दूसरे से जुड़े और शिक्षा प्रणाली को लेकर चर्चा भी की। दोनों स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए यह एक पहला और आनलाइन रूबरू होने का रोमांचक समय था, क्योंकि उन्होंने जूम प्लेटफार्म के जरिये एक दूसरे से दूर होकर भी सामने बैठ कर बातचीत की। छात्रों के पास एक-दूसरे के बारे में बहुत सारे प्रश्न थे। यह जानकर खुशी हुई कि निदरसील स्कूल के बच्चों ने भारत, इसकी संस्कृति, इसके भोजन और बालीवुड से खुद को परिचित कराया।
एपीजे स्कूल के छात्रों ने पंजाब की सांस्कृतिक विरासत को पेश करने के लिए शार्ट वीडियो प्रेजेंटेशन तैयार किया था। जिसे वहां के विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों ने भी सराहा। निदरसील स्कूल के विद्यार्थियों ने पंजाब को लोकनृत्य भांगड़ा के स्टेप भी सीखे और खुद भांगड़ा डाल कर भी दिखाया। जिसका उन्होंने आनंद लिया और दोहराने की मांग की। एपीजे स्कूल माडल टाउन की प्रिंसिपल सीनिया साजिथ ने अपने संबोधन में आशा व्यक्त की कि दोनों स्कूल सहयोग करना जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि इस तरह से प्रोग्रामों के जरिये ही विद्यार्थियों के दूर व विदेशों में बैठे विद्यार्थियों से जुड़कर अपनी संस्कृति को रिप्रेजेंट करने के साथ-साथ उनकी संस्कृति को जानने के भी सुनहरी अवसर मिलते हैं। विद्यार्थियो को कुछ नया सिखाने व अनुभव कराने के उद्देश्य से ही यह प्रोग्राम आयोजित किया गया था। निदरसील स्कूल के समन्वयक शिक्षक हेलसे ने सहयोगात्मक प्रयासों की सराहना की और अनूठी पहल करने के लिए आभार व्यक्त किया।