फाइनल ईयर की परीक्षाओं के नतीजे निकाले बिना पीजी के दाखिले बंद करने से विद्यार्थियों में रोष, मंत्री बाजवा को सौंपा ज्ञापन
पंजाब-चंडीगढ़ कालेज टीचर्स यूनियन और विद्यार्थी यूनियन के सदस्य उच्च शिक्षा मंत्री तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा से मिले। महासचिव प्रो. सुखदेव सिंह रंधावा ने कहा कि जीएनडीयू के वाइस चांसलर की तरफ से यूनिवर्सिटी कैलेंडर की अवहेलना की जा रही है।
जालंधर, जेएनएन। ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर की परीक्षाओं के नतीजे निकाले बिना ही पोस्ट ग्रेजुएशन के दाखिले बंद करने के विरोध में पंजाब-चंडीगढ़ कालेज टीचर्स यूनियन और विद्यार्थी यूनियन के सदस्य उच्च शिक्षा मंत्री तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा से मिले। उन्होंने मांगपत्र देकर विद्यार्थियों की मांगों को लागू करवाने की मांग की। महासचिव प्रो. सुखदेव सिंह रंधावा ने कहा कि जीएनडीयू के वाइस चांसलर की तरफ से यूनिवर्सिटी कैलेंडर की अवहेलना की जा रही है।
यूनिवर्सिटी कैलेंडर के अनुसार परीक्षाओं के नतीजे आने के 14 दिनों बाद तक बिना किसी लेट फीस के दाखिले करवाए जा सकते हैं। यूनिवर्सिटी ने ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर की परीक्षाओं के नतीजे घोषित किए नहीं और लेट फीस के तहत दाखिले लेने की तिथियां घोषित कर दी है। अब दाखिले लेने के लिए विद्यार्थियों को 25 हजार रुपये की लेट फीस देनी पड़ रही है।
इस प्रतिनिधिमंडल में प्रो. सुखदेव सिंह रंधावा, प्रो. ध्यान सिंह के साथ-साथ विभिन्न कालेज यूनियनों के प्रधान शामिल हुए। इस प्रतिनिधिमंडल ने उच्च शिक्षा मंत्री को बताया कि पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ और पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में दाखिले दिसंबर के पहले सप्ताह तक होने और अंतिम तिथि बीत जाने के बाद उनकी बेहद कम लेट फीस है, दूसरी तरफ जीएनडीयू की फीसें बेहद ज्यादा। विद्यार्थी यूनियन दोआबा जोन के प्रधान रिश्व सहोता ने चेतावनी दी है कि अगर यूनिवर्सिटी वाइस चांसलर जसपाल सिंह संधू की तरफ से एडिड कालेजों के विद्यार्थियों के दाखिले संबंधी जायज मांगों को न माना गया तो सभी विद्यार्थी रोष प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।