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परीक्षाएं रद होने से विद्यार्थियों में बढ़ने लगा तनाव, बच्चों को परफार्मेंस सुधारने की टिप्स दे रहे शिक्षक

बोर्ड की परीक्षाएं और कंपीटेटिव एग्जाम रद होने से विद्यार्थी तनाव में घिरते जा रहे हैं। विद्यार्थियों की हालत को लेकर शिक्षकों के साथ-साथ अभिभावकों में भी चिंता बढ़ने लग पड़ी है। शिक्षकों की तरफ से निरंतर विद्यार्थियों के साथ राफ्ता कायम रखा हुआ है।

By Rohit KumarEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 02:08 PM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 02:08 PM (IST)
परीक्षाएं रद होने से विद्यार्थियों में बढ़ने लगा तनाव, बच्चों को परफार्मेंस सुधारने की टिप्स दे रहे शिक्षक
बोर्ड की परीक्षाएं और कंपीटेटिव एग्जाम रद होने से विद्यार्थी तनाव में घिरते जा रहे हैं।

जालंधर, जेएनएन। बोर्ड की परीक्षाएं और कंपीटेटिव एग्जाम रद होने से विद्यार्थी तनाव में घिरते जा रहे हैं। विद्यार्थियों की हालत को लेकर शिक्षकों के साथ-साथ अभिभावकों में भी चिंता बढ़ने लग पड़ी है। शिक्षकों की तरफ से निरंतर विद्यार्थियों के साथ राफ्ता कायम रखा हुआ है, जो निरंतर विद्यार्थियों को टिप्स देकर उन्हें पढ़ाई के साथ जुड़े रहने के साथ-साथ खुद का ध्यान रखने के लिए भी गाइड कर रहे हैं। बोर्ड की तरफ से विद्यार्थियों के लिए गाइडलाइंस जारी कर सलाह दी है कि विद्यार्थी किसी भी बात का तनाव न लें और अपनी सेहत का ध्यान रखें। हालात ठीक होने पर परीक्षाएं होंगी, कई-कई घंटों तक लगातार पढ़ने के बजाए छोटे-छोटे स्लाट में पढ़ाई के क्रम को जारी रखें।

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प्रतियोगी परीक्षाओं का भी तनाव न लें और माक टेस्ट के जरिए परफार्मेंस को बढ़ाते रहें। यही नहीं बोर्ड की तरफ से विद्यार्थियों की मदद के लिए हेल्प डेस्क भी पहले से स्थापित किया हुआ है, ताकि वे हेल्प डेस्क से संपर्क करके अपनी परेशानियों को दूर करवा सकते हैं। गौर हो कि बोर्ड की तरफ से दसवीं की परीक्षाओं को रद कर दिया हुआ है, जबकि 12वीं की परीक्षाएं जून के बाद कराने संबंधी चर्चा की जाएगी। इसी तरह से इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए भी जेईई की परीक्षाओं के दो सेशन हो चुके हैं जबकि अभी अप्रैल के अंतिम सप्ताह में तीसरा सेशन होना था, जिसे फिलहाल टाल दिया गया है। क्योंकि इसके बाद अभी अंतिम सेशन मई का भी होना है।

एनटीए की तरफ से पहली बार इसी साल से जेईई की परीक्षाएं चार सेशन में ली जा रही है, जिस वजह से आल इंडिया रेंकिंग भी जारी नहीं की जा सकी। मई में सेशन खत्म होने के बाद ही एनटीए की तरफ से रैंकिंग जारी की जाएगी। उसका मुख्य कारण यही था कि विद्यार्थियों के लिए यह जरूरी नहीं था कि वे चारों सेशन में भाग ले, कोई भी किसी एक सेशन में भी भाग ले सकते हैं। सर्वाधिक पर्सेंटाइल को ही माना जाएगा। जिस वजह से हर कोई अपनी परफार्मेंस को बेहतर से बेहतर बनाने के लिए हरेक सेशन में भाग ले रहा है।


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