धर्मक्षेत्र : सही तिथि को लोहड़ी और मकर संक्रांति मनाने और पुण्य कमाने को खर्च करने पड़ गए पैसे
मकसूदां मंडी की सियासत में कांग्रेस नेता शेट्टी ने भी एंट्री की है। मंडी का प्रधान बनने के लिए कई नेता जोड़-तोड़ कर रहे हैं। हालांकि कुर्सी उनकी पहुंच से दूर दिख रही है।
जालंधर, जेएनएन। यह पहला अवसर था जब पंजाब के पारंपरिक त्योहार लोहड़ी व मकर संक्रांति को लेकर लोग असमंजस में रहे। असल तिथि जानने के लिए मंदिरों से लेकर ज्योतिष तक पहुंच करने के बाद भी लोग तय नहीं कर पाए कि त्योहार कब मनाएं। कारण यह कि हर साल 13 जनवरी को ही लोहड़ी मनाई जाती रही है। इस बार गूगल कैलेंडर से लेकर कई मंदिरों तक में 14 जनवरी को लोहड़ी और 15 जनवरी को मकर संक्रांति के बोर्ड लगे थे। इससे मंदिर जाने वाले लोग तिथि को लेकर भ्रम में रहे। मकर संक्रांति के दिन घर में शुभ कार्य होने पर लोहड़ी को व्यापक स्तर पर मनाने वाले लोगों को सही तिथि जानने के लिए अच्छे खासे पैसे भी खर्च करने पड़ गए। असल में, पुण्य फल पाने के लिए सही तिथि पर शुभ कार्य करना जरूरी है। इसी कारण सही तिथि जानने को लोग परेशान रहे। लगातार दो दिन तक मंदिरों में सही तिथि जानने वालों का तांता लगा रहा।
मंडी की सियासत में शेट्टी की एंट्री
एशिया की बड़ी मंडियों में शुमार मकसूदां सब्जी मंडी सियासत का अखाड़ा भी रही है। मंडी को कामयाब बनाने में अहम भूमिका अदा करने वाले प्रधान जत्थेदार राजिंदर सिंह नागरा विदेश जा चुके हैं। इसके बाद से विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि सक्रिय हो गए हैं। मकसद सिर्फ मंडी के प्रधान का पद हासिल करना है। इसके लिए व्यापारियों से कई तरह के वादे भी किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में हाल ही में कांग्रेस नेता शेट्टी ने भी एंट्री की है। मंडी के मैदान में आते ही सबसे पहले व्यापारियों की समस्याओं पर पहरा देने की बात कही। उन्होंने अपनी जीत की रणनीति भी बनानी शुरू कर दी है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि नेता तो कुर्सी पाने के लिए जोड़तोड़ करने में लगे हैं लेकिन यह कुर्सी किसी की पहुंच में फिलहाल दिखाई नहीं देती।
कीवी ने करवाई गांधीगीरी
सियासत का सबक तो यह है गलती भले ही अपनों की ही हो, नेता कभी भी उन्हें गलत ठहराने की जहमत नहीं उठाता। बात भले ही राजनीतिक पार्टी की हो या फिर किसी एसोसिएशन की। ऐसा करके अपनी कुर्सी को बचाए रखना ही नेता या अध्यक्ष की प्राथमिकता होती है। लेकिन शेखां बाजार शॉपकीपर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरप्रीत हरप्रीत सिंह कीवी ने वह किया जो सिद्धांत के मुताबिक है। हाल ही में नगर निगम ने संडे मार्केट पर कार्रवाई करने की घोषणा की। संडे मार्केट का दायरा सीमित करने की चेतावनी दी गई थी। इस बीच कीवी ने निगम के आगे गिड़गिड़ाने की बजाय एसोसिएशन के सभी सदस्यों को इस अभियान में सहयोग देने का फरमान जारी कर दिया। यही नहीं, नियमों का पालन न करने वालों का समर्थन भी न करने की घोषणा कर दी। इसका असर भी दिखा, एसोसिएशन के सदस्यों ने दुकानों को खुद ही सीमित दायरे में कर लिया है।
गुलजार होगा जालंधर कुंज
वरियाणा के नजदीक स्थित जालंधर कुंज में दिन ढलते ही जंगल वाली स्थिति बन जाती है। ऐसा पिछले कई वर्षों तक रहा। इसी बीच जैन समाज ने श्री बाबा गज्जा जी का मंदिर इसी जगह पर बनाने का फैसला लिया। इस फैसले ने धर्म की सेवा के साथ-साथ जंगल में मंगल कर दिया है। समाज रत्न, संघ गौरव व एसएस जैन सभा के पूर्व प्रधान राजेश जैन लोहे वाले, राजीव जैन व आशीष जैन ने यह पहल धर्म का प्रचार करने के साथ-साथ यहां पर शहर को विकसित करने के लिए की थी और इसका अब असर भी दिखने लगा है। अब कपूरथला चौक से लेकर जालंधर कुंज तक सड़क का निर्माण हो चुका है। यहां पर अब स्कूल खोलने पर काम चल रहा है, जिससे शहरवासियों को रिहाइश का बेहतर विकल्प दिया जा सके। लगता है शहर में एक और इलाका गुलजार होने जा रहा है।