स्पार्क फेयर में किचन से लेकर आसमां तक खुली करियर की राहें
श्री गुरु गोबिंद ¨सह स्टेडियम में मंगलवार से शुरू हुए स्पोर्ट्स एंड करियर अवेयरनेस फेयर (स्पार्क) ने न सिर्फ दसवीं, बारहवीं के स्टूडेंट्स के करियर को नई दिशा दी, बल्कि पढ़ते-पढ़ते एन्ट्रप्रेन्योर बनने, घर के किचन के कचरे से खाद बनाकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की राह भी दिखाई।
[सत्येन ओझा] जालंधर। श्री गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम में मंगलवार से शुरू हुए स्पोर्ट्स एंड करियर अवेयरनेस फेयर (स्पार्क) ने न सिर्फ दसवीं, बारहवीं के स्टूडेंट्स के करियर को नई दिशा दी, बल्कि पढ़ते-पढ़ते एन्ट्रप्रेन्योर बनने, घर के किचन के कचरे से खाद बनाकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की राह भी दिखाई।
वायुसेना की स्क्वाड्रन लीडर उर्वशी व विंग कमांडर जसदीप कौर ने वायुसेना में फाइटर विमान उड़ाने व उसके विशाल क्षेत्र में करियर की अपार संभावनाओं के बारे में बताया तो वहीं बीएसएफ की सब इंस्पेक्टर नितिका व महिला कांस्टेबल पलबिंदर कौर ने देश सेवा के लिए जागरूक किया।
लड़कियों का शौक बना करियर
मेहंदी लगाना, नेल पॉलिश, स्किन केयर ये किसी समय महिलाओं के शौक थे, आज इन्हीं शौक में करियर की अपार संभावनाएं हैं। शहर के एचएमवी, केएमवी, पीसीएम एसडी कॉलेज ने स्टॉल लगाकर बताता कि कॉस्मेटोलॉजी में करियर की क्या संभावनाएं हैं। इन कोर्स को करते हुए कई छात्राएं एन्ट्रप्रेन्योर बन गई हैं। एचएमवी की छात्रा तान्या व मुस्कान कॉस्मेटोलॉजी में पीजी डिप्लोमा कर रही हैं। कॉलेज के सैलून में हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं को नेल आर्ट, हेयर स्टाइल, स्किन केयर, फेशियल आदि सेवाएं देकर अच्छा खासा-कमा लेती हैं। शादी में भी सजाने-संवारने के ऑफर मिलते हैं तो साथी छात्राओं का सहयोग लेकर उन्हें भी आर्थिक फायदा पहुंचाती हैं। एसडी कॉलेज की छात्रा वैशाली ने कॉस्मेटोलॉजी में बैचलर कोर्स करते हुए अपने घर में ही सैलून खोल लिया है। सैलून में दूसरी जरूरतमंद लड़कियों को भी रोजगार दे रही हैं।
रिटेल मैनेजमेंट में अपार संभावनाएं
केएमवी के स्टॉल पर अध्यापिका चेतना ने रिटेल गुरु बनकर रिटेल मैनेजमेंट में छात्राओं को भविष्य की राह दिखाई। वह खुद भी रिटेल व्यवसाय को अपनाकर बैंक मैनेजर के रूप में मिलने वाली सैलरी को काफी पीछे छोड़ चुकी हैं। चेतना बताती हैं कि आईटी स्किल है तो ऑनलाइन शॉपिंग व सेलिंग का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। वहां करियर की अपार संभावनाएं हैं।
करियर के साथ गौरव भी
भारतीय सेना में आजादी से पहले व आजादी के बाद पांच पीढि़यों का प्रतिनिधित्व करने वाले मानके गांव के ढिल्लों परिवार की तरफ से सेना में चौथी पीढ़ी की प्रतिनिधित्व करने वाले जसबीर सिंह ढिल्लों ने सेना में भर्ती होकर देशभक्ति का जज्बा बिखेरा। उन्होंने भारतीय सेना में करियर की संभावनाओं की जानकारी देते हुए मोटीवेट किया। उन्होंने कहा कि सेना में सुनहरे भविष्य के साथ ही देश सेवा करने का गौरव भी हासिल है। बता दें कि जसबीर ढिल्लों को सेना में उत्कृष्ट कार्यों के लिए राष्ट्रपति के हाथों विशिष्ट सेवा पदक भी मिल चुका है।
सेल्फ हेल्प ग्रुप बदल रहा महिलाओं का जीवन
सेल्फ हेल्प ग्रुप के स्टाल बता रहे थे कि घरों में काम करने वाली लड़कियां व महिलाएं भी अगर वे अपने अंदर के हुनर को समझ लें तो वे आर्थिक रूप से समृद्ध ही नहीं बन सकती हैं, बल्कि परिवार की कायाकल्प भी कर सकती हैं। सेल्फ हेल्प ग्रुप की संचालक परम ढिल्लों व एनजीओ जगदम्बे ने किचन के कचरे को भी व्यवसाय में बदल दिया है। किचन के कचरे वे खाद बनाकर सेल कर रही हैं, अपने साथ ग्रुप की दूसरी महिलाओं की भी जिंदगी बदल रही हैं, सरकार भी उनकी इस काम में मदद कर रही हैं।