पंजाब में बारिश बंद होने से मिली थोड़ी राहत, BBMB ने भाखड़ा से छोड़ा 76 हजार क्यूसिक पानी
बीबीएमबी की बैठक में पंजाब हरियाणा और राजस्थान ने ताजा स्थिति पर विचार-विमर्श किया। इसमें फैसला लिया गया कि बांध का जलस्तर 1680 फीट बरकरार रखा जाएगा।
जेएनएन, चंडीगढ़। सतलुज दरिया में उफान से पंजाब के कई हिस्सों में तबाही के बीच भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) ने मंगलवार को बैठक कर भाखड़ा बांध का जलस्तर 1680 फीट बरकरार रखने का फैसला किया। अतिरिक्त पानी को सतलुज में छोड़ा जाएगा। बीबीएमबी की बैठक में पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के अधिकारियों ने ताजा स्थिति पर विचार-विमर्श किया। इधर, सतलुज के कैचमेंट एरिया में बारिश रुकने से बाढ़ की स्थिति में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
बीबीएमबी के सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को 34 हजार क्यूसिक पानी टरबाइन के जरिए छोड़ा गया, जबकि 44 हजार क्यूसिक पानी गेट खोलकर छोड़ा गया है। बैठक में भी यह तय हुआ कि भाखड़ा का लेवल 1680 तक ही बरकरार रखा जाए और उससे ज्यादा आने वाला पानी सतलुज में छोड़ दिया जाए। फिलहाल बारिश बंद होने के कारण केवल 51 हजार क्यूसिक पानी ही आ रहा है, जबकि डैम से 76 हजार क्यूसिक छोड़ा जा रहा है। बुधवार को इसको और कम किया जाएगा।
पंजाब में 1700 करोड़ का नुकसान
इससे पहले सुबह कैबिनेट सेक्रेटरी पीके सिन्हा ने पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिवों के साथ मीटिंग कर नुकसान की रिपोर्ट तलब की। उन्होंने बाढ़ से पैदा हुई स्थिति के बाद बचाव कार्यों की समीक्षा भी की। पंजाब ने कैबिनेट सचिव को 1700 करोड़ रुपये का नुकसान होने की रिपोर्ट दी है। हिमाचल प्रदेश ने 600 करोड़ और हरियाणा ने 850 करोड़ रुपये के नुकसान होने का आकलन भेजा है।
कहां कितना नुकसान
फसलः 750 करोड़
इंफ्रास्ट्राक्चरः 150 करोड़
गांवों की लिंक रोडः 150 करोड़
हाईवे, पुलों का नुकसानः 100 करोड़
ग्रामीण पेयजल उपलब्ध करवाने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर का नुकसानः 50 करोड़
शहरों में नुकसानः100 करोड़
टयूबवेलों और डीजल पंपसेटः 50 करोड़
बिजली के खंभों व ट्रांसफार्मर का नुकसान-100 करोड़ रुपये
अन्यः 50 करोड़ रुपये
पशु डिस्पेंसरियों, पशुधन और ड्रेनों का नुकसानः 200 करोड़ रुपये
केंद्र को रिपोर्ट सौंपी
पंजाब सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर, फसलों आदि को हुए नुकसान की सूची केंद्र सरकार को सौंप दी है। जल्द केंद्र सरकार की टीम नुकसान का मुआयना करने आएगी।
एक महीना पहले ही भर गया भाखड़ा डैम
काबिलेगौर है कि बांधों के भरने का समय 22 सितंबर तक है, लेकिन 1988 के बाद यह पहला मौका है जब डैम एक महीने पहले ही भर गया। 19 अगस्त को भाखड़ा का जलस्तर 1682 फीट था।
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