Shani Jayanti 2021: शनि जयंती पर इस बार लगेगा सूर्यग्रहण, जानें क्या करें और क्या न करें
Shani Jayanti 2021 शनि जयंती 10 जून को है। इसी दिन सूर्यग्रहण भी लग रहा है। भगवान शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। जानें सूर्यग्रहण के बीच मनाई जाने वाली शनि जयंती में क्या करें और क्या न करें...
जालंधर [शाम सहगल]। Shani Jayanti 2021: न्याय के देवता माने जाते भगवान शनिदेव (Shanidev) की जयंती पर पहली बार 10 जून को सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) भी लगने जा रहा है। इस दिन ज्येष्ठ अमावस्या के मुहूर्त में भगवान शनिदेव की आराधना करनी चाहिए। हालांकि, सूर्यपुत्र होने के कारण भगवान शनिदेव जयंती पर सूर्य ग्रहण का भी ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। देश में इसकी उपछाया रहेगी। इसके चलते लोगों को सूर्यग्रहण के दौरान बरती जाती सावधानियों का पालन करने की जरूरत नहीं है।
श्री गोपीनाथ मंदिर के प्रमुख पुजारी पंडित दीनदयाल शास्त्री बताते हैं कि देश में सूर्यग्रहण का खासा असर नहीं पड़ेगा, लेकिन समूचे ब्रह्मांड में लगने वाले सूर्यग्रहण की अवधि के दौरान भगवान की अराधना और घर में पड़ी खाद्य सामग्री में कुशा जरूर डाल देनी चाहिए।
भगवान शनि जयंती का मुहूर्त
- 9 जून देर रात 2.25 से लेकर 10 जून 4.24 बजे तक
सूर्य ग्रहण के सूतक का समय
- दोपहर 1.42 से शाम 6.41 बजे तक
श्राद्ध, तर्पण व पिंडदान के लिए भी बेहतर दिन
शास्त्रों के अनुसार भगवान शनि जयंती श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान व दान पुण्य के लिए भी बेहतर दिन है। इस दौरान लोगों को जरूरतमंद तथा गरीबों को राशन वितरित करने से लेकर पौधे लगाने का दोहरा फल प्राप्त होता है। इस बारे में ज्योतिषाचार्य आचार्य नरेश नाथ बताते हैं कि भगवान शनिदेव की जयंती को सच्चे मन के साथ मनाना चाहिए। इस दिन भगवान शनि देव के साथ-साथ श्री हनुमान चालीसा का पाठ भी जरूर करें। इससे इंसान को दोहरा लाभ प्राप्त होता है।
न्याय के देवता हैं भगवान शनि देव
पंडित भोला नाथ द्विवेदी बताते हैं कि भगवान शनि देव न्याय के देवता हैं। उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए इंसान को जीवन में झूठ बोलने, धोखा देने व किसी का दिल दुखाने से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा इस दिन शराब पीने, जुआ सट्टा खेलने व झूठी गवाही देने से भी इंसान के पापों में इजाफा होता है। भगवान शनिदेव को यह विकार कतई बर्दाश्त नहीं है।
भगवान शनिदेव के प्रकोप से बचने से ऐसा करें
- दूसरों की बुराई न करें
- झूठ बोलने से परहेज करें
- ब्याज के पैसे न लें
- बुजुर्गों का अपमान न करें
- स्त्री के सम्मान तो ठेस न पहुंचाएं
भगवान शनिदेव जयंती पर यह करें
- भगवान भैरव को कच्चा दूध अर्पित करें
- कौवे को रोटी खिलाएं
- सफाई कर्मियों की सेवा करें
- श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें
- उड़द, लोहा, तेल, काला वस्त्र, काली गाय व जूता दान करें