बारिश का कहर, उम्मीद से कम रही श्रद्धालुओं की आमद
अनंत चौदस को मनाए जाते विश्व विख्यात श्री सिद्ध बाबा सोढल मेले के दूसरे दिन सोमवार को भी बारिश के कहर के चलते श्रद्धालुओं की आमद उम्मीद से काफी कम रही।
शाम सहगल, जालंधर
आनंत चौदस को मनाए जाते विश्व विख्यात श्री सिद्ध बाबा सोढल मेले के दूसरे दिन सोमवार को भी बारिश के कहर के चलते श्रद्धालुओं की आमद उम्मीद से काफी कम रही। हालांकि, सुबह बारिश बंद होने के साथ श्रद्धालुओं की आमद शुरू हो गई जो बाद दोपहर तक जारी रही। लेकिन, शाम के समय फिर से बारिश शुरू होते ही मंदिर से लेकर तलाब तक में वीरानगी छा गई। यही नहीं, अच्छे कारोबार की आस लेकर मेले के मार्गो में स्टॉल लगाने वालों तथा झूले सजाने वालों के चेहरे भी मुरझाए रहे। मंदिर मार्गो में भरा रहा पानी
मंदिर के कई मार्गो में सोमवार को भी पानी भरा रहा। मंदिर के पीछे के इलाके सोढल चौक से प्रीत नगर व दोआबा चौक तक तो सड़क पर हुए जलभराव ने दिन भर रास्ता जाम रखा। खास बात यह है कि इसी इलाके में सबसे अधिक स्टॉल तथा झूले सजाए जाते हैं। इस रोड पर तीन जगहों पर स्टॉल लगाए जाते थे। सड़क के दोनों तरफ तथा बीच बने डिवाइडर पर भी लोग कारोबार करते हैं। हालांकि मेले से दो दिन पहले ये स्टॉल सज चुके थे, लेकिन बारिश ने उनकी तमाम उम्मीदों पर पानी फेर दिया। यही स्थिति मंदिर को जाते इंडस्ट्रीयल एरिया, राम नगर, सोढल रोड, टांडा रोड व चंदन नगर की रही। प्रबंधक भी मायूस
मेले को लेकर पिछले दो माह से तैयारियां की जा रही थी। इसके लिए प्रबंधकों द्वारा सुरक्षा से लेकर पेजयल तथा शौचालय से लेकर साफ-सफाई का प्रबंध करवाया गया था। लेकिन, बारिश के कारण तमाम इंतजाम धरे के धरे रह गए। इस बारे में श्री सिद्ध बाबा सोढल मंदिर ट्रस्ट के सचिव सुरिंदर चड्ढा बताते हैं कि मेले को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई थी। जिसमें टेंट से लेकर तमाम तरह के इंतजामों की अदायगी भी की गई। वहीं, चड्ढा बिरादरी के प्रधान तथा पार्षद विपिन चड्ढा बब्बी ने कहा कि बारिश के कारण सोढल मंदिर में लगने वाला विशाल पंडाल इस बार नहीं लगा सके। जिसके चलते गुरुद्वारा साहिब के साथ बने शेड पर ही बिरादरी की तरफ से लंगर लगाना पड़ा। कमाई की बजाय हुआ घाटा
स्टाल लगाकर कारोबार की आस लेकर आए दुकानदारों का मानना है कि बारिश के कारण कमाई की बजाय घाटा हुआ है। प्रीत नगर रोड पर खिलौनों का स्टॉल लगाकर बैठे मोहित बताते हैं कि अच्छे कारोबार की आस लेकर उत्तराखंड से परिवार सहित आए थे। किराया भाड़ा खर्च किया व यहां पर तैयारी पर अलग से भरपाई करनी पड़ी। लेकिन, बारिश ने सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। इसी तरह सोढल रेलवे क्रॉ¨सग के पास चशमे का स्टॉल लगाने वाले दीपू बताते हैं कि वह पिछले कई साल से यहां पर स्टॉल लगाता है तथा अच्छी कमाई भी होती है। लेकिन, पहला अवसर है जब खर्च के पैसे भी पूरे नहीं कर सके। स्टॉल लगाने वालों की सुध ली
युवा राष्ट्र निर्माण वाहिनी संस्था ने मेले के दौरान मायूस हुए स्टॉल लगाने वालों की सुध ली। इस दौरान संस्था के प्रधान सुशील तिवारी ने अपनी टीम के साथ पहुंचकर उन्हें चाय पिलाई तथा छाते भेंट किए। अब तक 16,05,100 रुपये चढ़ा चढ़ावा
श्री सिद्ध बाबा सोढल मेले में हुए चढ़ावे की गिनती की गई। इस बारे में जानकारी देते हुए श्री सिद्ध बाबा सोढल मंदिर ट्रस्ट के सचिव सुरिंदर चड्ढा ने बताया कि सोमवार को 1035100 रुपये के चढ़ावे की गिनती पूरी की गई। इसके साथ ही मेले के दौरान अभी तक चढ़ावे की राशि 16,05,100 रुपये पहुंच गई है।