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शहर की बर्बादी के लिए परगट सिंह व रोहन के उस्ताद सिद्धू जिम्मेवार : ज्योति

पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने विधायक परगट सिंह के मेयर जगदीश राजा को फेल बताने के बयान पर कहा है कि इस पूरे मामले में लोकल बॉडी मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू फेल हुए हैं।

By Edited By: Published: Tue, 30 Apr 2019 09:45 PM (IST)Updated: Wed, 01 May 2019 10:04 AM (IST)
शहर की बर्बादी के लिए परगट सिंह व रोहन के उस्ताद सिद्धू जिम्मेवार : ज्योति
शहर की बर्बादी के लिए परगट सिंह व रोहन के उस्ताद सिद्धू जिम्मेवार : ज्योति
जागरण संवाददाता, जालंधर। पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने विधायक परगट सिंह के मेयर जगदीश राजा को फेल बताने के बयान पर कहा है कि इस पूरे मामले में लोकल बॉडी मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू फेल हुए हैं। पूर्व मेयर ने कहा कि कौंसलर रोहन सहगल और रोहन के गुरु विधायक परगट सिंह लगातार यह आरोप लगा रहे हैं कि मेयर जगदीश राजा शहर में लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने में असफल रहे हैं।

मीडिया से बातचीत में सुनील ज्योति ने कहा कि ऐसे आरोप लगाते समय परगट सिंह और रोहल सहगल भूल जाते हैं कि इसके लिए सीधी जिम्मेवारी नवजोत सिंह सिद्धू की बनती है। सिद्धू दो साल से अपने डिपार्टमेंट की जिम्मेवारी छोड़ देश भर में अनाप-शनाप भाषण देते फिर रहे हैं। भाजपा नेता सुनील ज्योति ने कहा कि परगट सिंह जब अकाली दल में थे तब भी सिस्टम को ऐसे ही कोसते थे जबकि 2012 से 2017 के बीच में अकाली-भाजपा सरकार रहते परगट सिंह के हलके में 125 करोड़ रुपए के विकास कार्य हुए थे। विधायक परगट सिंह समेत सभी विधायकों, सांसद और मेयर का ध्यान शहर की तरफ नहीं है। शहर को ऐसी जगह बना रहे हैं जहां कोई रहना पसंद न करे। पूर्व मेयर ने कहा कि परगट सिंह ने हमेशा ही अपने हितों के लिए जनता के हितों की अनदेखी की है।

परगट सिंह ने सिस्टम ठीक करने के लिए क्या किया
पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने कहा कि परगट सिंह पुलिस अफसर, स्पो‌र्ट्स डायरेक्टर रहे और दूसरी बार विधायक बने हैं। वह इतने सालों से सिस्टम को ही कोस रहे हैं लेकिन यह बताएं कि सिस्टम को ठीक करने के लिए अब तक क्या किया। परगट सिंह उस सीट पर हैं जहां उन्हें सिस्टम ठीक करना है। परगट सिंह हमेशा से ही उल्टे-सीधे आरोप लगा कर अपनी जिम्मेवारी से भागते रहे हैं। सभी बड़े प्रोजेक्ट रुकवाने का आरोप सुनील ज्योति ने आरोप लगाया कि नगर निगम ने फोलड़ीवाल में केंद्र सरकार की अमरुत योजना से 100 करोड़ रुपए से 100 एमएलडी का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने का प्लान रोका, जमशेर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बंद करवाया। जमशेर डेयरी कांप्लेक्स में बायोगैस प्लांट में रुकावट डाली। इन सभी का कारण परगट सिंह का अपनी राजनीति को मजबूत करना ही था। परगट सिंह के चेले रोहन सहगल ने एलईडी प्रोजेक्ट रुकवाया जो कि अब तैयार किए जा रहे प्रोजेक्ट से बेहतर और सस्ता था। स्वच्छ भारत मिशन के फंड से खरीदे गए छोटे बड़े टिप्पर वर्कशाप में दो साल से कबाड़ बन रहे हैं। यह गाड़ियां चलती हैं तो शहर से रोजाना 100 टन कूड़ा उठाया जा सकता है।

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