हमें सुख-दुख अच्छे और बुरे कर्मो के अनुसार मिलते हैं : स्वामी विज्ञानानंद
गोशाला प्रबंधक कमेटी की ओर से गोशाला परिसर में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा में श्रद्धालु उमड़े।
संवाद सहयोगी, करतारपुर
गोशाला प्रबंधक कमेटी की ओर से गोशाला परिसर में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के पांचवें दिन भगवान गोवर्धन महाराज जी को छप्पन भोग लगाया गया। इसके उपरांत श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी विज्ञानानंद जी सरस्वती कनखल हरिद्वार वालों ने भगवान श्री कृष्ण जी की लीलाओं का वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि हमें सुख-दुख अपने किए हुए अच्छे और बुरे कर्मो के अनुसार ही मिलते हैं। सुख भोगने से हमारे पुण्य कर्म और दुख होने से पाप कर्म क्षीण होते हैं। दूसरों को सुख देना सबसे बड़ा पुण्य और किसी को दुख देना सबसे बड़ा पाप है। इस मौके पर गोशाला के प्रधान बलराम गुप्ता, राजकुमार कौशल, शाम सुंदर पटवारी, सुदर्शन ओहरी, राकेश पुरी, आशीष अग्रवाल, ओमप्रकाश, अमन गौतम, राकेश पुरी, मास्टर अमरीक सिंह, अंकुर भनोट, कुलदीप अग्निहोत्री, ललित मोहन अग्रवाल, पंडित वेद प्रकाश, विजय कौशल, बलवीर, स्वामी राहुल जी, हरिहर महाराज, विनोद शास्त्री, सोहन लाल शास्त्री, स्वामी राम स्वरूप, अशोक गुप्ता, मोहित गुप्ता, मंजू गुप्ता, पूजा शर्मा, तृप्ता कौशल, आरती कालिया, रचना गौतम, वीना गौतम, डा. रमा गुप्ता, पूनम गुप्ता, उमा शर्मा, डा. आरती गुप्ता, कमला गुप्ता, रंजना, कांता सूरी, शशि शर्मा, राजरानी, कमला देवी, पूनम, अजय कुमार, राजू, सत्यम, पंडित जयप्रकाश, पंडित अशोक कुमार, पंडित कैलाश, पंडित जानकी वल्लभ, पंडित मुनीमजी, पंडित पिटू, भारत भूषण शर्मा, रितु गौतम, गीता बाहरी, नंद लाल अग्रवाल, मनीष शर्मा, राजेश शर्मा, मनीष सेठ, ओम प्रकाश, ममता अग्निहोत्री, कांता रानी वर्मा, गीता बाहरी, सरजू तिवारी, राहुल पांडे, रामजी शुक्ला, ज्ञानेंद्र अवस्थी, आनंद, विशाल, राघव, अजय पांडे, मोहित कुमार, रोहित द्विवेदी, ताराचंद शर्मा, फतेह राम शास्त्री, विष्णु नारायण पांडे, शिवकुमार तिवारी, रामराजा शुक्ला आदि मौजूद थे।