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व्यापारियों का भी सोचें प्रशासन, दोपहर के बजाय शाम को मार्केट खोलने की मिले अनुमति

दिनभर में कुछ घंटे दुकानें खोलने की अनुमति देने से कोरोना संक्रमण नहीं रुक सकता। इन आठ घंटों में लोग मार्केट में इकट्ठा होते हैं और संक्रमण फैलना लाजिमी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 May 2021 06:53 PM (IST)Updated: Tue, 18 May 2021 06:53 PM (IST)
व्यापारियों का भी सोचें प्रशासन, दोपहर के बजाय शाम को मार्केट खोलने की मिले अनुमति
व्यापारियों का भी सोचें प्रशासन, दोपहर के बजाय शाम को मार्केट खोलने की मिले अनुमति

जागरण संवाददाता, जालंधर : दिनभर में कुछ घंटे दुकानें खोलने की अनुमति देने से कोरोना संक्रमण नहीं रुक सकता। इन आठ घंटों में लोग मार्केट में इकट्ठा होते हैं और संक्रमण फैलना लाजिमी है। अगर लोगों को दुकानें खोलने की अनुमति देनी ही है तो दोपहर के बजाय शाम के समय मार्केट खोलने देनी चाहिए ताकि लोग आसानी से खरीदारी कर सकें। वैसे भी दोपहर में तो लोग घर से निकलने से बचते हैं और बिना ग्राहकों के दुकान खोलने का क्या फायदा। दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव के दौरान गुरु नानकपुरा मार्केट के दुकानदारों ने मिनी लाकडाउन को लेकर अपने सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि मार्केट बंद करने से नहीं वैक्सीनेशन तेज करने से कोरोना रुकेगा। पेश है बातचीत के अंश :

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--- क्या आठ 8 घंटे कोरोना नहीं फैलता : मोहन सिंह

मोहन सिंह ने कहा कि सरकार यह बताएं कि सुबह 7 बजे से लेकर 3 बजे तक क्या कोरोना वायरस एक्टिव नहीं रहता है। अगर रहता है तो फिर 8 घंटे मार्केट खुलने की अनुमति देना तर्कसंगत नहीं है। सरकार को सख्ती से लाकडाउन लागू करना चाहिए। रोज-रोज के बंद से वे तंग आ गए हैं। कारोबार खत्म हो गया, इसकी बात ही छोड़ दो : हैप्पी शर्मा

हैप्पी शर्मा ने कहा कि लाकडाउन की वजह से कारोबार बिल्कुल खत्म हो चुका है। कारोबार की बात ही छोड़ दो। कुछ घंटे मार्केट खोलने की अनुमति देकर सरकार कोई राहत नहीं दे रही। एक वर्ष बीत चुका है और दुकानदारों के पास अब कोई रास्ता नहीं है। सामान सजाने और समेटने में ही कट रहा वक्त : लकी

लकी ने कहा कि ग्राहक बाजार कुछ घंटों के लिए ही आ रहा है। ज्यादातर समय तो दुकानदारों को दुकान का सामान बाहर रखने और फिर समेटने में लग रहा है। मार्केट खोलने का कोई फायदा नहीं है। प्रशासन को ढील देनी चाहिए और कोई और तरीका अपनाना चाहिए। छूट से दुकानदारों को कोई राहत नहीं : सनी

सनी ने कहा कि हालात तो अब किसी से छिपे नहीं है। कारोबार खत्म हो चुका है। दुकानें खोलने की अनुमति भी अब कोई मायने नहीं रख रही। कुछ घंटों के लिए दुकानें खोलने से बिक्री नहीं हो रही है। प्रशासन को भी देखना चाहिए कि ऐसे हालात में व्यापारी कहां जाए। सब्जी मंडी और खोखे बंद होने चाहिए

रमेश चंद ने कहा कि सब्जी मंडी और खोखे बंद किए जाने चाहिए। इससे एक जगह पर लोग इकट्ठे होते हैं और संक्रमण फैलता है। विभिन्न इलाकों में सप्लाई भेजी जानी चाहिए। दुकानों पर तो वैसे ही लोग कम आते हैं लेकिन सारी सख्ती यहीं की जा रही है। सरकार को राहत देनी चाहिए : ऋषभ

ऋषभ ने कहा कि इस लाकडाउन के चलते तो लोगों का रोजगार खत्म हो चुका है लोगों में दहशत है। दुकानें खोले बिना रोजगार नहीं चल रहा है। सरकार को ही राहत देनी चाहिए। एक ही समय में उमड़ रहा बाजार में रश : तेजेंद्र

तेजेंद्र ने कहा कि मार्केट 3 बजे बंद होने की वजह से एक ही बार में रश इकट्ठा हो जाता है और संक्रमण फैलता है। इससे अच्छा है कि अधिक समय के लिए दुकानें खोली जाएं। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए कोई और प्लान बनाया जाए। दुकानदारों से नहीं भरा जा रहा किराया : नवदीप सिंह

नवदीप सिंह ने कहा कि कारोबार जैसी कोई चीज तो अब चल नहीं रही है मात्र तीन बजे तक दुकानें खुलने से कोई बिक्री नहीं हो रही है। लोग मात्र राशन ही खरीद रहे हैं। दुकानदारों से तो किराया भी नहीं भरा जा रहा। मौजूदा सिस्टम से तो नुकसान हो रहा है : साहिल

साहिल ने कहा कि दोपहर के बजाय शाम के समय मार्केट खोलनी चाहिए ताकि लोगों को और दुकानदारों को राहत मिल सके। दोपहर के समय मार्केट खोले जाने का कोई फायदा नहीं है। इस व्यवस्था से तो दुकानदारों को नुकसान हो रहा है। दोपहर में नहीं आते ग्राहक : सार्थक

सार्थक ने कहा कि दोपहर के समय बाजार बंद हो जाने के चलते खरीदारी बुरी तरह से प्रभावित है। इतनी धूप में लोग मार्केट तक पहुंच नहीं पा रहे हैं। शाम के समय मार्केट खुलने चाहिए, ताकि लोग आराम से खरीदारी कर सकें


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