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लॉकडाउन में निजी स्‍कूलों को झटका, करीब सवा लाख बच्चों ने सरकारी स्कूलों में लिया दाखिला

पंजाब में लॉकडाउन के दौरान निजी स्‍कूलों को काफी झटका लगा। इस दौरान करीब 1.20 लाख बच्‍चों ने निजी स्‍कूलों को छोड़कर सरकारी स्‍कूलों में दाखिला लिया।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 08:46 AM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 02:30 PM (IST)
लॉकडाउन में निजी स्‍कूलों को झटका, करीब सवा लाख बच्चों ने सरकारी स्कूलों में लिया दाखिला
लॉकडाउन में निजी स्‍कूलों को झटका, करीब सवा लाख बच्चों ने सरकारी स्कूलों में लिया दाखिला

जालंधर, [अंकित शर्मा]। लॉकडाउन के दौरान पंजाब में निजी स्‍कूलों का काफीर झटकाा लगा। राज्‍य में करीब 1.20 लाख बच्‍चों ने निजी स्‍कूल छाेड़ दिए और सरकारी स्‍कूलों की ओर रुख किया। दरअसल सरकारी स्कूलों की ओर से चलाई गई दाखिला मुहिम बेहद कारगर साबित हुई है। यही कारण है कि इस बार सरकारी स्कूलों के दाखिले में 11.04 फीसद की वृद्धि हुई है। प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों में 2,59,675 बच्चों का दाखिला हुआ है। इनमें प्राइवेट स्कूलों के 1,20,590 विद्यार्थी हैं जिन्होंने सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया है। रिकॉर्डतोड़ दाखिले पर  शिक्षा विभाग ने ओवरऑल सूची जारी की है।

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मोहाली नंबर वन, शिक्षा मंत्री का गृह जिला संगरूर फिसड्डी

इनमें मोहाली जिला 23.24 फीसद दाखिलों के साथ पहले, शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला का गृह जिला संगरूर अंतिम पायदान पर है, वहीं जालंधर 9.91 फीसद दाखिलों के साथ दसवें स्थान पर रहा है। इस संबंध में सरकारी मॉडल सह शिक्षा सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल बरिंदर कौर का कहना है कि सरकार की तरफ से चलाई गई योजनाओं और निश्शुल्क ऑनलाइन शिक्षा की बदौलत ही अभिभावकों का रुझान प्राइवेट स्कूलों से हटा है। जिला अंग्रेजी और एसएसटी मेंटोर चंद्र शेखर ने कहा कि सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी मीडियम में भी पढ़ाई शुरू होना, अध्यापकों की तरफ से बच्चों के घर बैठे होने के बावजूद उनसे जुड़ा रहना। निश्शुल्क ऑनलाइन पढ़ाई भी कराने का भी बेहद फायदा मिला है।

प्राइवेट ने ऑनलाइन पढ़ा मोटी फीसें मांगी, तो सरकारी ने निश्शुल्क पढ़ाया

स्टेट मीडिया कोआर्डिनेटर हरदीप सिद्धू ने बताया कि सरकारी स्कूलों में दाखिला बढऩे का मुख्य कारण सरकारी स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाना, पढ़ाई के लिए ई-कंटेंट का इस्तेमाल, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, अंग्रेजी मीडियम में भी पढ़ाई शुरू करना आदि योजनाएं रही हैं। लॉकडाउन के दौरान शिक्षक जूम एप, वाट्सअप, यू-ट्यूब चैनल, फेसबुक, गूगल क्लास रूम, पंजाब एजुकेयर एप, रेडियो-दूरदर्शन, स्वयं टीवी चैनलों के जरिए पढ़ाई करवा रहे हैं। इन्हीं प्लेटफार्म का इस्तेमाल करके पढ़ाई करवाने पर मोटी फीसें प्राइवेट स्कूल मांग रहे हैं। वहीं यह सेवाएं सरकारी स्कूलों की तरफ से निश्शुल्क दी जा रही हैं। इस कारण अभिभावकों का रुझान सरकारी स्कूलों की तरफ बढ़ा है।

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शिक्षा विभाग की दाखिला रिपोर्ट

कक्षा वर्ग---          2019------2020-------       फीसद की बढ़ोतरी

प्री प्राइमरी----       22556----306987---------  36.10

पहली से पांचवीं--- 848619----903339--------- 6.45

छठी से आठवीं---- 574234-----605000--------  5.36

नौवीं से दसवीं---  391160-------418861---------7.08

11वीं से 12वीं---  312534-------3777600------  20.82

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यह रही ग्रेडिंग

1. एसएएस नगर - 23.24

2. लुधियाना---16.30

3. फतेहगढ़ साहिब--16.21

4. एसबीएस नगर---13.69

5. बङ्क्षठडा---12.09

6. फिरोजपुर---11.53

7. तरनतारन---11.18

8. पठानकोट---10.77

9. अमृतसर---10.03

10. जालंधर---9.91

11. मानसा---9.69

12. फाजिल्का---9.66

13. पटियाला---9.35

14. बरनाला--9.31

16. गुरदासपुर---9.22

17. मुक्तसर---9.00

18. होशियारपुर--8.87

19. कपूरथला---8.78

20. मोगा---8.74

21. फरीदकोट--8.45

22 संगरूर- 8.28।


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